नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के बैंक खाते सीज होने पर पार्टी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि देश में बहु-दलीय व्यवस्था खतरे में है और देश में बहु-दलीय व्यवस्था को बचाने के लिए न्यायपालिका को दखल देना चाहिए। खरगे ने बैंक खाते सीज होने के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करने का भी एलान किया।
मल्लिकार्जन खरगे ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘सत्ता के नशे में चूर मोदी सरकार ने देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी इंडियन नेशनल कांग्रेस, के खातों को लोकसभा चुनाव से तुरंत पहले सीज कर दिया है।’ खरगे ने लिखा कि ‘ये लोकतंत्र पर बड़ा हमला है। भाजपा ने असंवैधानिक पैसा इकट्ठा किया है और भाजपा चुनाव में उसका इस्तेमाल करेगी, लेकिन जो पैसा हमने लोगों से चंदा लेकर इकट्ठा किया, उसे सीज कर दिया गया है!’
खरगे ने कहा कि ‘कांग्रेस सरकार के इस अत्याचार के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी और विरोध प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा यही वजह है कि मैंने कहा है कि देश में भविष्य में कोई चुनाव नहीं होंगे। हम न्यायपालिका से अपील करते हैं कि देश में बहु-दलीय व्यवस्था और लोकतंत्र को बचाया जाए।’ पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के खातों के सीज होने पर कहा कि ‘घबराइए मत मोदी जी, कांग्रेस ताकत और पैसे का नाम नहीं है, बल्कि ये लोगों की ताकत है। हम आपकी तानाशाही से नहीं झुकेंगे। हर कांग्रेस कार्यकर्ता आपसे आखिरी दम तक लड़ेगा और देश के लोकतंत्र को बचाएगा।’
शुक्रवार को कांग्रेस नेता अजय माकन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आयकर विभाग ने उनकी पार्टी के कई बैंक खातों को सीज कर दिया है और 210 करोड़ रुपये की रिकवरी निकाली है। अजय माकन ने आरोप लगाया कि फर्जी आधार पर यह कार्रवाई की गई है। आजय माकन ने आरोप लगाए कि सिर्फ कांग्रेस पार्टी के खाते सीज नहीं हुए हैं बल्कि देश में लोकतंत्र सीज हो गया है। अजय माकन ने सवाल उठाते हुए कहा कि ‘जब चुनाव के एलान से दो हफ्ते पहले देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के बैंक खाते सीज कर दिए गए हैं। आपको अभी भी लगता है कि देश में लोकतंत्र जिंदा है? आपको ऐसा नहीं लगता कि देश एक दलीय व्यवस्था की तरफ बढ़ रहा है, जहां सिर्फ एक ही पार्टी की चलेगी।’