हिंसा न करें, दोबारा बातचीत में शामिल हों: अनुराग ठाकुर

अनुराग ठाकुर

नई दिल्ली। केंद्र सरकार के साथ बेनतीजा रही बातचीत के बाद किसानों ने मंगलवार को दिल्ली कूच करना शुरू कर दिया। अंबाला में पंजाब-हरियाणा की शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च को रोकने के लिए ड्रोन से आंसू गैस के गोल बरसाए। इस दौरान किसानों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई। इस बीच, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रदर्शनकारी किसानों से अपील की कि वे दोबारा बातचीत में शामिल हों और हिंसा का सहारा न लें। उन्होंने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा, मैं प्रदर्शनकारियों से कहना चाहूंगा कि हिंसा न करें, उग्र न हों। मैं किसान नेताओं के आग्रह करता हूं कि कृपा करके बातचीत करके बातचीत का दौर जारी रखें।

ठाकुर ने कहा, अगर मोदी सरकार कतर में पूर्व सैनिकों को मौत की सजा से बचा सकती है। उन्हें सुरक्षित देश ला सकती है। तो हम बातचीत के जरिए इसका समाधान भी निकाल सकते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा, अगर आप भारत के विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) से अलग होने की बात करेंगे, तो मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को खत्म करने की बात करेंगे, स्मार्ट मीटर लगाने बंद करने की बांत करेंगे तो यह एक दिन के फैसले नहीं हैं। इसके लिए दूसरे अंशधारकों और राज्यों से भी बात करनी होगी। इसलिए, सरकार ने इस पर विस्तृत चर्चा करने के लिए समिति बनाने का प्रस्ताव भी दिया है। सरकार की र से न पहले कमी थी, न अब कमी है।

केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस की एमएसपी की गारंटी को लोगों को भरमाने का एक और प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी फिर झूठ बोल रहे हैं। ठाकुर ने आरोप लगाया कि 60 साल देश में कांग्रेस का राज रहा, किसने उन्हें कानून बनाने से रोका था?

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