कूच बिहार/सिलीगुड़ी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को भाजपा पर लोगों को धमकी देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘भाजपा लोगों को डरा रही है। वह कह रही है कि अगर उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट नहीं दिया तो उनके घरों में केंद्रीय जांच एजेंसियां भेज दी जाएंगी।’ तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कूचबिहार में स्थानीय लोगों, विशेषकर राजबंशियों को सलाह दी कि वे यह सुनिश्चित करें कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम या सीएए से खुद को बचाने के लिए उनके नाम मतदाता सूची में हों। ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा चुनाव के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। वह लोगों को फोन पर धमकी दे रही है कि अगर उन्होंने पार्टी को वोट नहीं दिया तो प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों को उनके घर भेज दिया जाएगा।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उन्हें भगवान की पूजा करने के लिए भाजपा के किसी भी आदेश की जरूरत नहीं है। वे ऐसे किसी भी न्योते या निर्देश को ठुकराने से घबराएंगी नहीं। उन्होंने कहा कि मैं रामायण, कुरान, बाइबिल और गुरु ग्रंथ साहिब का पालन करती हूं। मैं गरीब लोगों के घर जाकर बाहर से आया खाना खाकर नाटक नहीं करती। बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र लोकसभा चुनाव से पहले राजनीति करने के लिए सीएए का मुद्दा उठा रहा है। इससे पहले दिन में केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता शांतनु ठाकुर ने दावा किया कि सीएए अगले सात दिनों के भीतर पूरे भारत में लागू किया जाएगा। ठाकुर ने दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप में एक सार्वजनिक बैठक में कहा कि अगले एक सप्ताह के भीतर, सीएए न केवल पश्चिम बंगाल में बल्कि पूरे देश में लागू किया जाएगा।
कूचबिहार में कार्यक्रम में बोलते हुए ममता बनर्जी ने बीएसएफ पर लोगों को प्रताड़ित करने और सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को अलग पहचान पत्र जारी करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने स्थानीय लोगों को आगाह किया कि वे बीएसएफ से ऐसे पहचान पत्र स्वीकार न करें, अन्यथा वे एनआरसी के जाल में फंस जाएंगे। अगर वे आपसे पूछें, तो उन्हें बताएं कि आपके पास आधार और राशन कार्ड है और आपको किसी अन्य कार्ड की जरूरत नहीं है।