नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव आने वाले हैं। इस बीच तृणमूल कांग्रेस में खींचतान शुरू हो गई। तृणमूल की अंदरूनी कलह पार्टी के 27वें स्थापना दिवस के अवसर पर भी सामने आई। इसी कलह पर कांग्रेस ने टिप्पणी की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि टीएमसी नेताओं के बीच चल रही अनबन का मूल कारण भाजपा है। भाजपा ने ही अनबन की कहानी को लिखा है।
लोकसभा में कांग्रेस दल के नेता और पश्चिम बंगाल कांग्रेस के प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और नए नेताओं के बीच खींचतान हो रही है। इस अनबन की कहानी भाजपा ने लिखी है। चौधरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ दिनों में भाजपा टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी को पश्चिम बंगाल का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित कर सकती है। पूरा मामला सिर्फ भाजपा का नाटक है। अगर कभी भाजपा अभिषेक को सीएम का चेहरा बना दे तो हैरान न हों। ईडी और सीबीआई भी उनके खिलाफ चुप है।
पश्चिम बंगाल के मंत्री और ममता बनर्जी के करीबी कहे जाने वाले फिरहाद हकीम ने हाल ही में टीएमसी पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल भर्ती अनियमितताओं को लेकर फिरहाद हकीम ने कहा कि टीएमसी के कुछ नेता भ्रष्टाचार में पूरी तरह से डूबे हुए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि इसका यह मतलब नहीं हैं कि पूरी पार्टी ही भ्रष्ट हैं। हकीम ने कहा कि पार्टी के कुछ नेता नौकरियों के नाम पर लोगों से पैसा लूटते हैं, जो लोग भर्ती घोटाले में भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, वे पापी हैं।
बता दें कि तृणमूल के कथित सत्ता संघर्ष की अफवाहों के बीच जनवरी 2022 में ममता बनर्जी ने अभिषेक बनर्जी का राष्ट्रीय महासचिव पद भंग कर दिया था। नई समिति का गठन होने के बाद से अभिषेक बनर्जी को प्रमुखता दी जा रही है। इतना ही नहीं, उन्हें तृणमूल कांग्रेस के साथ-साथ पश्चिम बंगाल सरकार में भी नंबर दो माना जाता है।