पटना/बिच्छू डॉट कॉम। भारत की करेंसी पर ‘लक्ष्मी गणेश’ की तस्वीर लगाने की अरविंद केजरीवाल की मांग के बाद घमासान शुरू हो गया है। वहीं इसे हिंदू वोटबैंक के लिए चलाए गए तीर के रूप में भी देखा जा रहा है। दिवाली के ठीक बाद केजरीवाल ने कहा कि भारत के नोटों पर महात्मा गांधी के साथ लक्ष्मी गणेश की फोटो लगानी चाहिए। इससे गिरती अर्थव्यवस्था को संभालने में मदद मिलेगी। केजरीवाल के इसी बयान का जिक्र जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने किया गया तो वह जोर से हंसने लगे। उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग तो क्या-क्या कहता रहता है।’ नीतीश कुमार के अंदाज से यही कहा जा सकता है कि उन्होंने अरविंद केजरीवाल के इस बयान को तवज्जो नहीं दी और हंसी में टाल दिया। बता दें कि नीतीश कुमार 2024 चुनाव के लिए विपक्षी की गोलबंदी करने में लगे हुए हैं। हालांकि अब तक उनके किसी कार्यक्र में अरविंद केजरीवाल दिखाई नहीं दिए हैं। फिलहाल कयास यही लगाए जा रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल विपक्ष के मोर्चे में शामिल नहीं होंगे।
अरविंद केजरीवाल ने इंडोनेशिया की करेंसी का उदाहरण देकर कहा था कि वहां मुस्लिमों की बड़ी आबादी है। इसके बावजूद नोटों पर लक्ष्मी गणेश की तस्वीर लगाई जाती है। अगर वहां ऐसा हो सकता है तो भारत में क्यों नहीं। बता दें कि एनडीए का साथ छोड़ने के बाद से ही नीतीश कुमार गोलबंदी में लगे हुए हैं. इसी क्रम में वह दिल्ली में कई नेताओं से मिलने पहुंचे थे। सितंबर के महीने में उन्होंने अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की थी। उन दोनों के बीच लंबी बातचीत के बाद भी ऐसा कोई संकेत नहीं मिला था कि 2024 में वह नीतीश के साथ आएंगे। ऐसा लगता है कि अरविंद केजरीवाल एकला चलो की नीति पर ही चलते रहेंगे। वहीं गुजरात में वह भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं। पंजाब में उनकी पार्टी ने कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया। वहीं बात करें नीतीश कुमार की तो बिहार में उनकी सरकार में कांग्रेस भी शामिल है।