बिच्छू डॉट कॉम। पीरियड्स के दौरान पेट के निचले हिस्से में दर्द होना आम बात है। कई बार ये दर्द पूरी बॉडी और पैरों तक भी महसूस होता है। कुछ फीमेल्स को पीरियड क्रैम्प्स होते हैं और कुछ को नहीं। इसकी वजह क्या है यह डॉक्टर्स भी नहीं जानते। वहीं कुछ को दर्द के साथ उल्टियां और चक्कर की समस्या भी होती है। ज्यादातर मामलों में कोई सीरियस बात नहीं होती। हालांकि यह दर्द कई बार इतना असहनीय होता है कि आपका रूटीन प्रभावित हो जाता है। वैसे समस्या बहुत ज्यादा है तो बेस्ट तरीका है, डॉक्टर्स से मिलें और उनकी सलाह पर पेन किलर लें। अगर आप दवा नहीं लेना चाहतीं तो कुछ घरेलू उपाय अपना सकती हैं।
-पीरियड्स के दौरान ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है। सर्दी हो या गर्मी जब आपको हल्का दर्द शुरू हो अपने पास पानी की बोतल भरकर रख लें और थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीती रहें।
-गरम पानी की बोतल या हीटिंग पैड भी पीरियड्स पेन में काफी राहत देते हैं। अगर आप पेन किलर भी ले रही हैं तो साथ में सिकाई करने से बेहतर रिजल्ट मिलते हैं।
-कुछ शोध बताते हैं कि खाने में मैग्नीशियम की मात्रा बढ़ाने से मेंस्ट्रुअल क्रैम्प्स में राहत मिलती है। पालक, बादाम, योगर्ट और पीनट बटर मैग्नीशियम रिच फूड्स होते हैं।
रहें ऐक्टिव
वैसे पीरियड्स के दौरान कई बार लड़कियां एक्सरसाइज बंद कर देती हैं। जबकि वर्कआउट से स्ट्रेस से राहत मिलने के साथ पीरियड से जुड़ी कई दिक्कतों से राहत मिलती है। अगर आपको पीरियड्स के दौरान थकान या मूड स्विंग्स की शिकायत होती है तो एरोबिक एक्सरसाइज इससे राहत दिला सकती है। इसकी वजह यह है कि एक्सरसाइज करने से आपका एंडॉर्फिन का लेवल बढ़ता है। इससे आपको मूड बेहतर होता है। वहीं पीरियड के पहले और दौरान एक्टिव रहने से पीरियड क्रैम्प्स में आराम मिलता है। आप ज्यादा वर्कआउट नहीं करना चाहतीं तो हल्का टहल लें या लेटकर साइकलिंग कर लें।