गोंद कतीरा पीने के अद्भुत लाभ

गोंद कतीरा

बिच्छू डॉट कॉम। जब हम गोंद की बात करते हैं, तो सबसे पहले आपके दिमाग में लड्डुओं में पड़ने वाला गोंद आता होगा। मगर यह गोंद कतीरा उस गोंद से थोड़ा अलग है। गोंद कतीरे का नाम आपने अपनी दादी या नानी से सुना होगा। असल में गोंद कतीरे की तासीर ठंडी होती है और यह गर्मियों में बेहद फायदेमंद होता है। शीतल और पाचक गुणों के कारण आयुर्वेद में हर्बल औषधि के रूप में गोंद कतीरा यानि ट्रैगेकैन्‍थ गम का अत्यधिक इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही, अन्य आयुर्वेदिक दवाइयों की तरह ये कड़वा नहीं होता। ये स्वादहीन और गंधहीन होता है, और अपने गुणों की वजह से कॉस्मेटिक जगत में भी इसका प्रयोग बहुतायत में होता है।

ये लड्डुओं में पड़ने वाले गोंद से थोड़ा अलग है। पेड़ो से निकलने वाला ये एक गाढा चिपचिपा पदार्थ जिसे सुखाकर बनाया जाता है। ये ट्रैगेकैन्‍थ गम (Tragacanth Gum) को सामान्‍य रूप से “गोंद कतीरा” के नाम से जाना जाता है। ये प्राकृतिक रूप से एस्ट्रागैलस जड़ी बूटियों की विभिन्‍न प्रजातियों के रस से बनती है। इसकी गोंद चिपचिपी, गंध और स्‍वाद रहित होती है। ट्रैगेकैन्‍थ गम पानी में घुलनशील है और ये प्रमुख तौर पर पौधे की जड़ से प्राप्‍त होती है। पानी में डालने पर गोंद जैल की तरह दिखती एवं इसका पेस्‍ट बनाया जा सकता है।

  • गोंद कतीरे में प्रोटीन और फॉलिक एसिड भरपूर मात्रा में होता है। इसका सेवन करने से शरीर को ताकत मिलती है। गोंद कतीरा को पानी या दूध में भिगो कर रखें और फिर सुबह मिश्री मिलाकर शरबत बनाकर पिएं।
     
  • यदि किसी महिला के पीरियड्स नियमित नहीं हैं, तो गोंद कतीरा और मिश्री को साथ में पीस कर 2 चम्मच दूध में मिलाकर पीने से फायदा होता है। यह पीरियड्स को नियमित करने के लिए कारगर उपाय है।
  •  अगर आप टॉन्‍सिल की वजह से नियमित रूप से परेशान रहती हैंं, तो गोंद कतीरा का सेवन आराम दिलाएगा। लगभग 10 से 20 ग्राम गोंद कतीरा पानी में भिगोकर फुला लें और इसे मिश्री मिलाकर सुबह-शाम पिएं। इससे भी टॉन्सिल्स में आराम मिलता है।
  • मुंह के छाले या अल्सर सूजन, लाली और दर्द पैदा करते हैं। इसे कम करने के लिए गोंद कतीरा का बारीक पिसा हुआ पेस्ट बनाएं और अपने छालों पर लगाएं। ऐसा करने से छालों में तुरंत आराम मिलेगा क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है।
  • गोंद कतीरा शरीर से जहरीले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और बॉडी को डिटॉक्स करता है। इसके साथ ही, ये मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। इसमें हाई फाइबर कंटेंट मौजूद होता है। ये पेट और पाचन तंत्र में भी सुधार करने के लिए जाना जाता है। इसके नियमित सेवन से शरीर पर जमा एक्स्ट्रा फैट घटता है।
  • गोंद कतीरा यौन क्षमता और यौन इच्‍छा बढाने में भी मदद कर सकता है। इसके रेगुलर सेवन से पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन और नाईट फॉल की समस्या भी दूर हो सकती है।

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