
बिच्छू डॉट कॉम। हिंसा और उग्रवाद से प्रभावित देशों में युवाओं का शोषण बढ़ता ही जा रहा है। आतंकवादी इन युवाओं का शोषण कर रहे हैं। हालांकि यह किसी भी आतंकवादी संगठन के लिए एक युद्ध-अपराध की तरह है लेकिन बावजूद इसके यह संगठन 15 साल से कम के बच्चों की धड़ल्ले से भर्ती कर रहे हैं। यह दावा एक नई रिपोर्ट में किया गया है। Islam Khabar में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक यूएस और यूरोप की काउंटर-टेररिज्म एजेंसियों ने आतंकी संगठन में इन युवाओं को भर्ती किये जाने की आलोचना की है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कम से कम 58 आतंकी संगठन 15 देशों में बच्चों की भर्ती आतंकवाद फैलाने के लिए कर रहे हैं। इन एजेंसियों ने इससे संबंधित जो रिपोर्ट तैयार की है वो Islam Khabar में प्रकाशित की गई है और इसमें कहा गया है कि आईएसआईएस ने बड़ी संख्या में युवाओं की भर्ती की है। कम से कम 34 देशों के युवा लड़ाकुओं की पहचान की गई है। एक टेररिज्म एक्सपर्ट जेसिका त्रिस्को डार्डेन ने American Enterprise Institute में प्रकाशित किये गये एक पेपर में इस बात की तरफ ध्यान आकर्षित किया है कि कैसे सरकार इन युवाओं के आतंकी संगठनों में शामिल होने को देख रही है और वो इन्हें इन संगठनों में शामिल होने से बचाने के लिए क्या कर रही है। ‘Tackling Terrorists’ Exploitation of Youth’ नाम से प्रकाशित पेपर में इस बात पर रोशनी डाली गई है कि सरकारों को इस उभरती चुनौती से निपटने के लिए तैयार होना होगा।
अपने अध्ययन में डार्डेन ने बताया है कि दो तरीकों से बच्चों की भर्तियां की जा रही है। कई बच्चों को सहानुभूति दिखाकर ग्रुप में शामिल किया जा रहा है। उन्हें विश्वास दिलाया जा रहा है कि आतंकी संगठन की सदस्यता लेने के बाद उनके समुदाय तथा परिवार की सुरक्षा होगी। दूसरा तरीका यह है कि इन बच्चों को अगवा कर या फिर तस्करी के माध्यम से लाकर उन्हें जबरन संगठन की सदस्यता दिलाई जा रही है। अफ्रिका में साल 1987 से लेकर अब तक युगांडा में Lord’s Resistance Army ने 20,000 से ज्यादा बच्चों का अपहरण कर लिया है। इसी तरह बोको हराम नाइजीरिया में काफी संख्या में लोगों को किडनैप किया। इसमें अप्रैल 2014 में चिबोक में अगवा की गईं 276 स्कूली छात्राओं और मार्च 2018 में दाप्ची के एक स्कूल से अगवा की गईं 110 से ज्यादा लड़कियां शामिल हैं। जबकि एशिया में आईएसआईएस का विस्तार जैसे-जैसे इराक में हुआ इसके सदस्यों ने हजारों बच्चों को अनाथआलयों, स्कूलों और यहां तक कि उनके घर से भी किडनैप कर लिया। मोसुल से करीब 900 बच्चों को मिलिट्री ट्रेनिंग के लिए अगवा किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि किडनैपिंग जारी है।
काउंटर टेररिज्म एजेंसियों की रिपोर्ट में आगे खुलासा किया गया है कि आईएसआईएस की हुकूमत वाले कुछ इलाकों में साल 2013 से 2018 के बीच करीब 730 बच्चों का जन्म हुआ। हालांकि, अनुमान है कि इस आतंकी संगठन के कंट्रोल वाले सभी इलाकों को मिला दें तो करीब 5000 बच्चों का जन्म हुआ है। इराक और सीरिया में करीब 40,000 विदेशी आईएसआईएस सदस्यों की पहचान की गई है। इनमें से 12 प्रतिशत आतंकी 18 साल से कम उम्र के थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि लड़कों का इस्तेमाल एडल्ट सदस्य मानव ढाल के तौर पर करते हैं। इस रिपोर्ट में अफगानिस्तान का भी जिक्र किया गया है। कहा गया है कि अफगानिस्तान में तालिबान बच्चों का अपहरण करता है ताकि सुसाइड बॉम्बर तैयार किया जा सके।