पेशावर। पाकिस्तान में आतंकी हमलों की लहर के बीच प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पेशावर नरसंहार को रोकने में विफलता को स्वीकार किया। हमले में 100 से अधिक लोग मारे गए थे। उन्होंने इस खतरे से निपटने के लिए राष्ट्रीय एकता का आह्वान किया। गवर्नर हाउस में एक शीर्ष समिति की बैठक को संबोधित करते हुए शरीफ ने आतंकवादी हमलों के मद्देनजर विपक्षी दलों की ओर से सरकार के खिलाफ की गई आलोचना पर निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा, आतंकवाद के खिलाफ राजनीतिक जगत में एकता की आवश्यकता है। सुरक्षा जांच में सेंध लगाकर आतंकवादी मस्जिद तक पहुंचने में कामयाब रहा। हमें तथ्यों को स्वीकार करने में संकोच नहीं करना चाहिए।
पेशावर मस्जिद में बीते सोमवार को हुए हमले में तालिबान के एक आत्मघाती हमलावर ने दोपहर की नमाज के दौरान खुद को उड़ा लिया था। इसमें 101 लोग मारे गए थे और 200 से अधिक घायल हो गए थे। इस बारे में पुलिस ने कहा था कि हमलावर ने उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में घुसने के लिए पुलिस की वर्दी पहन रखी थी। वह हेलमेट और मास्क लगाकर मोटरसाइकिल चला रहा था। पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा प्रांत आतंकवादी गतिविधियों से जबर्दस्त रूप से प्रभावित है। बलूचिस्तान और पंजाब के शहर मियांवाली में भी आतंकी घटनाएं सामने हैं।
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में चार आतंकवादियों को मार गिराया है। चारसड्डा जिले के निसत्ता गांव में भारी हथियारों से लैस आतंकियों ने पुलिस की मोबाइल वैन पर हमला कर दिया। इसके बाद संदिग्धों के छिपे होने की सूचना पर पुलिस की एक टीम जिले के गुजराबाद इलाके में पहुंची। मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया। एक अन्य घटना में पुलिस ने शबर्रा इलाके में एक आतंकवादी को उस समय मार गिराया जब उसने एक सुरक्षा चौकी में मौजूद पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाईं। तलाशी के लिए रुकने का इशारा किए जाने पर आतंकवादी ने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी।