बिच्छू डॉट कॉम। आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने चेतावनी देते हुए कहा है कि देश में अभी और मुश्किल वक्त आ सकता है कि क्योंकि हम मौजूदा आर्थिक संकट से निकलने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने इमरान खान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकार द्वारा वादों को तोड़े जाने का कारण अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा एक रुके हुए सहायता कार्यक्रम को पुनर्जीवित करने के लिए मुश्किल कदम उठाने पड़े हैं।
शहबाज शरीफ ने बताया है कि 2019 में इमरान खान सरकार द्वारा IMF के साथ 6 बिलियन अमेरिकी डॉलर का एक समझौता किया गया था लेकिन सरकार गिरने के बाद इसे सस्पेंड कर दिया गया था, लेकिन हम इसे वापस से ट्रैक पर ले आए हैं। शहबाज सत्ता में आने के बाद से ही IMF कार्यक्रम को फिर से शुरू करने को तवज्जो दी क्योंकि उन्हें लगता है कि इसके जरिए कई जगहों से आसानी से कर्ज के रास्ते खुल जाएंगे।
कई दौर की बैठकों के बाद 21 जून को पाकिस्तान और IMF ने एक समझौते पर साइन किया है। पाकिस्तान सरकार को इससे उम्मीद है कि इससे पाकिस्तान की इकॉनमी को जरूरी मदद मिलेगी। शहबाज ने कहा है कि एक समझौते हो जाने से रातों-रात पाकिस्तान की इकॉनमी नहीं सुधर जाएगी। लेकिन हमें अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करना होगा।
हाल ही में पाकिस्तान से 2।3 बिलियन डॉलर का कर्ज चीन से लिया है। शहबाज शरीफ ने इसके लिए चीन को ध्यानवाद दिया लेकिन इसके साथ ही यह भी कहा कि चीन और सऊदी अरब जैसे देश हमारी मदद के लिए कब तक आएंगे? अगर हम खुद में सुधार लाते हैं तो पाकिस्तान का भाग्य बदल जाएगा।