मालदीववासी नहीं चाहते विदेशी दबाव: मुइज्जू

माले। आम चुनाव में बंपर जीत के बाद मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा कि मालदीव के नागरिक अपना भविष्य चुनने में स्वायत्तता चाहते हैं और वे विदेशी दबाव नहीं चाहते हैं। सोमवार को आयोजित जश्न समारोह के दौरान चीन समर्थक नेता ने कहा कि हम एक गौरवान्वित राष्ट्र हैं, जो संप्रभुता और स्वतंत्रता से प्यार करते हैं। हमने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी दिखाया है।

उन्होंने आगे कहा कि संसदीय चुनाव परिणाम इस बात का सबूत है कि मालदीव के लोग देश के भविष्य को आकार देने में मुख्य पहचान के रूप में इस्लामी आस्था और उसके मार्गदर्शक सिद्धांतों को बनाए रखना चाहते हैं। चुनाव का नतीजा मालदीव के लोगों के दृष्टिकोण और उद्देश्यों के बारे में दुनिया के लिए एक संदेश है। किसी देश का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि संसदीय चुनाव से साफ होता है कि मालदीव के लोग विदेशी दबाव के बिना अपना भविष्य चुनना चाहते हैं। मुइज्जू ने कहा कि मालदीववासी उज्ज्वल भविष्य की ओर देख रहे हैं।

मुइज्जू ने राजनीतिक नेताओं से देश के विकास के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया। मैं अब मतभेदों को छोड़ना चाहता हूं। चुनाव खत्म हो गया है। मैं विनम्रता और खुशी से सभी राजनेताओं आगे बढ़ने का आह्वान करता हूं। यह देश हम सभी का है। यह देश प्रत्येक ध्वेही नागरिक का है, आइए आगे बढ़ें उम्मीद है कि हम सभी को वह खुशी मिलेगी।

20वीं पीपुल्स मजलिस में 93 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कुल 368 उम्मीदवार मैदान में थे। इनमें 130 स्वतंत्र उम्मीदवार थे। समाचार पोर्टल के अनुसार, पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी) 90 सीटों पर तो मुख्य विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) ने 89 सीटों पर चुनाव लड़ा। शुरुआती परिणाम के अनुसार मुइज्जू के नेतृत्व वाली पीएनसी को 67 सीटों पर जीत मिली है।

यह जीत मुइज्जू के लिए अहम है। चुनाव से कुछ ही दिन पहले ही 2018 की कथित भ्रष्टाचार की रिपोर्ट लीक होने के बाद विपक्ष ने राष्ट्रपति की जांच और महाभियोग की मांग की थी। इसके अलावा जब से मुइज्जू ने पदभार संभाला है, सांसदों ने उनके नामितों 3 नेताओं को कैबिनेट में शामिल करने पर रोक लगा दी थी। मुइज्जू को अब संसद में विधेयक पास कराने में आसानी होगी।

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