लिज ट्रस ने ऋषि सुनक की नीतियों पर साधा निशाना

लिज ट्रस-ऋषि सुनक

लंदन। ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने रविवार को अपने उत्तराधिकारी ऋषि सुनक की नीतियों पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा और राजनीति में वापसी का नाटकीय प्रयास किया। ट्रस देश के इतिहास में प्रधानमंत्री के रूप में सबसे छोटे कार्यकाल को संभालने वाली नेता हैं।  वह महज 49 दिन ही ब्रिटेन की प्रधानमंत्री रहीं थीं। ट्रस का दावा है कि उन्हें विकास के लिए अपने टैक्स-कटौती के नजरिए को लागू करने का वास्तविक मौका कभी नहीं दिया गया। ब्रिटेन में पिछले साल सितंबर माह में मिनी-बजट लाया गया गया था। इससे ब्रिटेन में तेजी से आर्थिक मंदी की ओर बढ़ा। ट्रस को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया था।

‘द संडे टेलीग्राफ’ में लिखे एक लंबे लेख में पार्टी की पूर्व नेता ने स्वीकार किया कि वह निर्दोष नहीं हैं। हालांकि, उन्होंने तर्क दिया कि कंजरवेटिव पार्टी के नेता के रूप में उनके जनादेश का सम्मान नहीं किया गया। उन्होंने माना कि उनके प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए आर्थिक प्रतिष्ठान को नुकसान हुआ। ट्रस ने कहा, मैं चीजों को बदलने के लिए प्रधानमंत्री बनना चाहती थीं, न कि गिरावट का प्रबंधन करने या देश को मंदी में धकेने का नेतृत्व करने के लिए

सुनक के नेतृत्व वाली सरकार की नीतियों का हवाला देते हुए ट्रस ने कहा, मध्य अवधि में मुझे भरोसा था कि मेरी नीतियों से विकास में वृद्धि होगी और ऋण कम हो जाएगा। पांच साल के पूर्वानुमानों को सटीक भविष्यवाणियों के रूप में माना जाता है और इसलिए अंतर को भरना सरकारी नीति की अनिवार्यता बन जाता है। परिणामस्वरूप सरकार अनिश्चित पूर्वानुमानों के आधार पर आर्थिक रूप से हानिकारक फैसले लेने के लिए मजबूर होती है, जैसे कि निगम टैक्स बढ़ाना। भारतीय मूल के ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक ने इसी सप्ताह अपने सौ दिनों के कार्यकाल को चिह्नित किया किया है। ऐसे समय ट्रस के लेख को अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले खुद को राजनीतिक रूप से जिंदा करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।

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