दाऊदी बोहरा समुदाय के प्रमुख को मिला ‘निशान-ए-पाकिस्तान’

डॉ. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन

इस्लामाबाद । दाऊदी बोहरा समुदाय के प्रमुख डॉ. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन को मंगलवार को ‘निशान-ए-पाकिस्तान’ से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने ऐवान-ए-सदर (राष्ट्रपति भवन) में आयोजित एक विशेष अलंकरण समारोह में सैफुद्दीन को पाकिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा। डॉ सैफुद्दीन आदेश के 53वें दाई अल-मुतलक हैं। उनके अनुयायी पाकिस्तान समेत दुनियाभर के चालीस से अधिक देशों में हैं। उनका मुख्यालय मुंबई है। दाऊदी बोहरा समुदाय के लोग इन सभी देशों में वंचितों को लाभ पहुंचाने के लिए उत्थान के कार्य करते हैं।  

‘निशान-ए-पाकिस्तान’ सर्वोच्च नागरिक सम्मान है जो पाकिस्तान के राष्ट्रीय हित में सर्वोच्च सेवाओं के लिए दिया जाता है। ‘जिओ न्यूज’ की खबर के मुताबिक यह पुरस्कार आध्यात्मिक मार्गदर्शन और सामाजिक सेवाओं के क्षेत्र में पाकिस्तान के लिए सैफुद्दीन की सेवाओं को मान्यता देता है। पुरस्कार प्रदान करने से पहले पढ़े गए प्रशस्ति पत्र में कहा गया है कि बोहरा समुदाय के प्रमुख पाकिस्तान का विशेष सम्मान करते हैं और शांति, सद्भाव और सद्भावना के पैरोकार हैं। शिक्षा क्षेत्र में उनकी सेवाओं को याद करते हुए कहा गया कि उन्होंने कराची विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ लॉ के निर्माण में योगदान दिया था और एक विश्वविद्यालय परियोजना शुरू की थी। बोहरा समुदाय के प्रमुख के नाम पर कई स्वास्थ्य देखभाल संस्थान चल रहे हैं जो लोगों को सस्ती स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहे हैं।

कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर उल हक काकर ने दाऊदी बोहरा समुदाय के प्रमुख से अलग से मुलाकात की और देश की प्रगति के लिए समुदाय की सेवाओं की सराहना की। काकर ने डॉ. सैफुद्दीन को देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर सम्मानित किया और भरोसा जताया कि बोहरा समुदाय देश की प्रगति और विकास में अपनी भूमिका निभाता रहेगा।
प्रत्येक वर्ष पुरस्कारों की घोषणा 14 अगस्त (पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर) को की जाती है, और पुरस्कार अगले साल 23 मार्च को मनाए जाने वाले पाकिस्तान राष्ट्रीय दिवस पर प्रदान किए जाते हैं। लेकिन, विशेष मामलों में इन तारीखों का पालन नहीं किया जाता है और अलंकरण की व्यवस्था कभी भी की जा सकती है। 
दाऊदी बोहरा समुदाय की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, समुदाय मिस्र में पैगंबर मोहम्मद के प्रत्यक्ष वंशज फातिमी इमामों से अपनी विरासत का पता लगाता है। इसमें कहा गया है, ‘दुनिया भर में दाऊदी बोहराओं को उनके नेता अल-दाई अल-मुतलक द्वारा निर्देशित किया जाता है, जो पहले यमन से और फिर पिछले 450 वर्षों से भारत से संचालित होता है।

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