काठमांडू। रूस में अवैध तरीके से भर्ती किए गए नेपाली युवाओं को लेकर नेपाल के विदेश मंत्री नारायण प्रकाश सऊद का बयान सामने आया है। उन्होंने मंगलवार को कहा है कि वह सभी को वापस लाने का हर संभव प्रयास करेंगे। बताया जा रहा है कि 24 फरवरी 2022 को रूस और यूक्रेन के बीच शुरू होने के बाद से ही सैकड़ों नेपाली नागरिक रूसी सेना में शामिल हो गए हैं। इस युद्ध में मॉस्को की ओर से लड़ते हुए अब तक 12 नेपाली नागरिकों की जान जा चुकी है।
रूसी सेना में शामिल हुए नेपाली नागरिकों के परिवारों से बातचीत करते हुए सऊद ने कहा कि नेपाली युवाओं को अवैध माध्यमों से रूस नहीं जाना चाहिए था, लेकिन फिर भी सरकार अपनी जिम्मेदारी से नहीं भागेगी और उन्हें अपने वतन वापस लाएगी। उन्होंने कहा, ‘सरकार रूस से अपने नागरिकों को वापस लाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।’
नेपाली सरकार उपचार और बचाव का लाभ उठाने के लिए रूस में अपने दूतावास के माध्यम से अपनी क्षमता के अनुसार सभी प्रयास कर रही है। विदेश मंत्री के सचिवालय ने उनके हवाले से कहा कि युद्ध में घायल हुए लोगों और मृतकों के शवों को वापस लाया जाए।
सऊद ने कहा, अब तक सरकार को 244 नेपाली नागरिकों के परिवारों से आवेदन प्राप्त हुए हैं, जो रूसी सेना में शामिल हुए हैं, जिनमें लापता लोग भी शामिल हैं। विदेश मंत्री ने लोगों से भ्रम से बचने के लिए रूसी सेना में भर्ती होने वाले नेपाली नागरिकों की संख्या को बढ़ा-चढ़ाकर न बताने का भी अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि सरकार रूसी पक्ष के संपर्क में है और रूस से नेपाली नागरिकों की वापसी पर चर्चा कर रही है।