न्यूयॉर्क। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने देश में हाल के विरोध प्रदर्शनों के पीछे के ‘मास्टरमाइंड’ को लेकर बड़ा खुलासा किया। मुहम्मद यूनुस ने अमेरिका में उस शख्स का नाम बताया, जिसने शेख हसीना के खिलाफ ‘सुनियोजित’ विरोध प्रदर्शन खड़ा किया। जिसके चले पूर्व पीएम को देश छोड़कर जाना पड़ा। क्लिंटन ग्लोबल इनिशिएटिव की वार्षिक बैठक में बोलते हुए नोबेल पुरस्कार विजेता ने कहा कि, तत्कालीन प्रधानमंत्री हसीना और उनकी अवामी लीग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन योजनाबद्ध थे। उन्होंने कहा कि, शेख हसीना के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन का मास्टरमाइंड महफूज आलम था। यूनुस ने इवेंट के दौरान अपने संबोधन में महफूज की जमकर तारीफ की। यूनुस ने छात्र कार्यकर्ता महफूज आलाम की ओर इशारा करते हुए कहा कि, बांग्लादेश में हुए पूरी क्रांति के पीछे इनका ही दिमाग था। यह प्रदर्शन बेहद अच्छे से प्लान किया एक आंदोलन था। यह क्रांति अचानक नहीं आई। बहुत अच्छी तरह से डिजाइन की गई। आंदोलन की लीडरशिप भी इसी के तहत तैयार की गई थी। किसी को नहीं पता कि यह लीडर कौन था।
मुहम्मद यूनुस ने छात्र कार्यकर्ताओं को लेकर कहा कि, इनके (महफूज आलाम) भाषण सुनकर, दुनिया में कहीं भी और किसी भी युवा को कुछ प्रेरणा मिलती है। यह बांग्लादेश है। वे ही बांग्लादेश का नया संस्करण बना रहे हैं। आइए इनकी सफलता की कामना करें। यूनुस ने कहा कि जब पिछली सरकार ने उनके खिलाफ कार्रवाई की थी, तो प्रदर्शनकारी छात्र गोलीबारी के खिलाफ खड़े हो गए थे। यूनुस ने कहा, महफूज आलम की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए यूनुस ने कहा कि,अचानक बांग्लादेश के सभी युवा एक साथ आ गए और कहने लगे, बस बहुत हो गया। हम इसे और बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि देश में हर कोई ‘नए बांग्लादेश’ का समर्थन करता है। मुहम्मद यूनुस ने महफूज आलम समेत तीन लोगों को की पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन से बात कराई। इस दौरान क्लिंटन मंच पर इन नेताओं के साथ नजर आए।
जुलाई-अगस्त में बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के खिलाफ जॉब कोटा को लेकर छात्रों के समूह ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया था। जो देखते-देखते देशव्यापी हिंसक आंदोलन में तब्दील हो गया। जिसके बाद शेख हसीना को को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने 5 अगस्त, 2024 को बांग्लादेश के पीएम आवास ‘गण भवन’ पर धावा बोल दिया था। जिसके चलते शेख हसीना सेना के विशेष विमान से भारत आ गई थीं। वह फिलहाल भारत में रह रही है। हसीना के देश छोड़ने के बाद अर्थशास्त्री मोहम्मद यूनुस को देश की अंतरिम सरकार का ‘मुख्य सलाहकार’ नियुक्त किया गया था।