वॉशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को सुझाव दिया कि जो विदेशी छात्र अमेरिका से स्नातक की पढ़ाई करते हैं, उन्हें अपने आप अमेरिका में रहने और काम करने के लिए ग्रीन कार्ड मिल जाना चाहिए। ट्रंप ने कहा कि ‘अमेरिका को दुनिया के बेहतरीन दिमाग वाले लोगों को यहां रोकने की जरूरत है। जो लोग यहां रुकना चाहते हैं और उनके पास कोई अच्छी योजना है, जिससे देश को फायदा हो सकता है तो उन्हें यहां रोकना चाहिए।’
दरअसल एक पॉडकास्ट के दौरान कई उद्यम पूंजीदाताओं के साथ बातचीत के दौरान डोनाल्ड ट्रंप से सवाल किया गया कि हम कैसे दुनियाभर के बेहतरीन दिमाग को अमेरिका ला सकते हैं? इसके जवाब में ट्रंप ने कहा कि ‘अगर आप (विदेशी छात्र) किसी कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल करते हैं तो आपको अपने आप ही इस देश में रहने के लिए ग्रीन कार्ड मिल जाना चाहिए। इसमें जूनियर कॉलेज भी शामिल हैं।’ ट्रंप ने कहा कि ‘मैं कई ऐसी कहानियां जानता हूं, जहां लोगों ने हमारे देश के शीर्ष कॉलेजों से स्नातक की डिग्री ली और वो हमारे देश में रहने के इच्छुक थे और उनके पास बेहतरीन बिजनेस आइडिया था, लेकिन वे यहां रह नहीं सके। अगर कोई यहां से पढ़ाई करता है, लेकिन वह किसी कंपनी के साथ सिर्फ इसलिए डील नहीं कर सकता क्योंकि वह यहां रहने में सक्षम नहीं है तो यह उनके राष्ट्रपति बनने के बाद पहले दिन से यह खत्म होगा।’ डोनाल्ड ट्रंप जो वादा कर रहे हैं, अगर वह उसे पूरा करते हैं तो यकीनन इस फैसले का भारतीयों को सबसे ज्यादा फायदा होगा क्योंकि अमेरिका में हर साल लाखों की तादाद में भारतीय छात्र पढ़ते हैं।
उल्लेखनीय है कि ट्रंप जहां एक तरफ अमेरिका से स्नातक करने वालों को अमेरिका की नागरिकता देने की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ ट्रंप का अप्रवासियों के खिलाफ रवैया सख्त रहा है। वह अवैध अप्रवासन के मुद्दे पर काफी मुखर रहे हैं और मौजूदा बाइडन सरकार पर अवैध अप्रवासियों को रोकने में नाकाम रहने का आरोप लगा चुके हैं। ट्रंप जन्म से ही नागरिकता देने के नियम को भी खत्म करने की बात कह चुके हैं। साथ ही उन्होंने कहा था कि अगर वह फिर से राष्ट्रपति चुने गए तो वह बड़े पैमाने पर अप्रवासियों को देश से बाहर निकालेंगे।