जोहान्सबर्ग। दक्षिण अफ्रीकी संसद ने सिरिल रामाफोसा को एक बार फिर से 5 सालों के लिए राष्ट्रपति के रूप में चुन लिया है, जबकि उनकी अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस (एएनसी) ने एक कुछ पहले हुए आम चुनावों में केवल 40 प्रतिशत वोट ही हासिल किए थे।
रामफोसा ने आर्थिक स्वतंत्रता सेनानियों नेता जूलियस मालेमा के खिलाफ जोरदार जीत हासिल की, जिसे संसद में भी नामांकित किया गया था। रामफोसा को 283 जबकि मालेमा को सिर्फ 44 वोट मिले। ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि रामफोसा बुधवार को अपने मंत्रिमंडल की घोषणा करेंगे। शुक्रवार रात जैसे ही चुनाव का परिणाम आया वैसे ही कई दिनों से चली आ रही चुनावी अटकलें भी खत्म हो गईं।
कुछ लोगों ने दक्षिण अफ्रीकी राजनीति में एक नए युग के रूप में गठबंधन का स्वागत किया, जिनका मानना है कि ये गठबंधन भाईचारे को बढ़ाएगा और बीमार अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा। एएनसी महासचिव फिकिले मबालुला ने मीडिया से कहा कि हमको 60 लाख लोगों ने वोट दिया है, जो चाहते हैं कि हम लोगों के जीवन को बहेतर बनाने के लिए परिवर्तन लाएं। उन्होंने कहा कि एएनसी अकेले ये काम नहीं कर सकती है।