आइसलैंड को नई राष्ट्रपति मिल गई हैं। हल्ला टॉमसडॉटिर को आइसलैंड का सातवां राष्ट्रपति चुना गया है। वे 1 अगस्त को पदभार ग्रहण करेंगीं। बता दें कि टॉमसडॉटिर का नाम आइसलैंड के जाने-माने कारोबारियों में शुमार है। वे विग्दिस फिनबोगाडॉटिर के बाद आइसलैंड की दूसरी महिला राष्ट्रपति चुनीं गईं हैं। गौरतलब है कि विग्दिस फिनबोगाडॉटिर वर्ष 1980 में आइसलैंड की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं थीं।
हल्ला टॉमसडॉटिर ने कुल मिलाकर 34.3 प्रतिशत वोट हासिल किए। राष्ट्रपति चुनाव में टॉमसडॉटिर के सामने आइसलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री कैटरीन जकोब्सडॉटिर प्रबल उम्मीदवार थीं। हालांकि जकोब्सडॉटिर तो 25.2 प्रतिशत ही मत मिले। कैटरीन जकोब्सडॉटिर ने नवनियुक्त राष्ट्रपति हल्ला टॉमसडॉटिर को बधाई देते हुए कहा कि वे एक अच्छी राष्ट्रपति साबित होंगीं। राष्ट्रपति चुने जाने के बाद टॉमसडॉटिर ने जनता का आभार प्रकट करते हुए कहा ‘इस सफर में मेरा साथ देने वाले लोगों की ऊर्जा को मैंने महसूस किया है।’ इससे पहले अपने चुनाव अभियान के दौरान टॉमसडॉटिर ने कहा था कि वे आइसलैंड के जनता को एक संयुक्त टीम ‘आइसलैंडर्स’ के रूप में देखती हैं।
बता दें कि आइसलैंड के निवर्तमान राष्ट्रपति गुडनी जोहानसन एक अगस्त तक राष्ट्रपति के रूप में काम करेंगे। इस दौरान नव-निर्वाचित राष्ट्रपति पदभार ग्रहण करेंगे। वहीं, जोहानसन ने एक जनवरी को घोषणा की थी कि वह दो कार्यकाल पूरा करने के बाद फिर से चुनाव नहीं लड़ेंगे। जानकारी के अनुसार, आइसलैंड में चुनाव एक दौर में होता है। नए राष्ट्रपति का चुनाव कुल वोट के लगभग एक चौथाई के साथ होता है।आइसलैंड में राष्ट्रपति के पास सीमित राजनीतिक शक्तियां हैं। हालांकि, वे सभी औपचारिक कर्तव्यों का पालन करते हैं और उनका समाज पर महत्वपूर्ण प्रभाव माना जाता है।