प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने कहा कि नेपाल निवेश के लिए एक उपयुक्त स्थान है। देश में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने एक निवेश शिखर सम्मेलन का उद्घाटन कर दुनियाभर के निवेशकों से अवसर का लाभ उठाने का आग्रह किया। इस सम्मेलन में भारत से 140 और चीन से 200 सहित विभिन्न देशों के लगभग 1800 निवेशक भाग ले रहे हैं।
नेपाली प्रधानमंत्री प्रचंड ने रविवार को ‘उभरता नेपाल’ थीम के साथ दो दिवसीय ‘नेपाल निवेश शिखर सम्मेलन 2024’ का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि नेपाल कानूनी, भौगोलिक और रणनीतिक दृष्टिकोण से निवेश के लिए एक संभावित देश है। देश में निवेशकों के अनुकूल माहौल बनाया गया है। विदेश मंत्री बरशमन पुन ने औद्योगिक और बुनियादी ढांचे के विकास, रोजगार सृजन व निर्यात प्रोत्साहन के लिए विदेशी निवेश का स्वागत किया। उन्होंने विश्वास जताया कि शिखर सम्मेलन से निवेशक और हितधारकों के बीच समझौते और सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
नेपाल में भारतीय राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने कहा कि भारत सरकार भविष्य में भी नेपाल में भारतीय निवेशकों को प्रोत्साहित करती रहेगी। भारत आज नेपाल में सबसे बड़ा निवेशक है, जिसका वर्तमान एफडीआई स्टॉक नेपाल के 33 प्रतिशत से अधिक लगभग 89 बिलियन नेपाली रुपए है। वहीं, एक वीडियो संदेश में, भारत के केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि नेपाल और भारत न केवल सीमा साझा करते हैं, बल्कि गहरी दोस्ती और समृद्ध भविष्य की दृष्टि भी साझा करते हैं। नेपाल की विकास यात्रा में भारत हमेशा एक विश्वसनीय भागीदार रहा है।
शिखर सम्मेलन के जरिए नेपाल संभावित निवेशकों के लिए करीब 146 परियोजनाओं का प्रदर्शन कर रहा है, जिसने भारत, चीन, जापान, यूके, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और जर्मनी सहित करीब 36 देशों के निवेशकों को आकर्षित किया है। इस दो दिवसीय सम्मेलन में नेपाल और उसके विकास भागीदारों के बीच समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर होंगे।
बता दें कि, 2017-19 में भी नेपाल ने निवेश शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी। 2017 में विभिन्न देशों से करीब 13.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश प्राप्त हुआ। जबकि, 2019 में 50 परियोजनाओं के लिए करीब 12 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश मिला।