वॉशिंगटन। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के कार्यकारी निदेशक कृष्णमूर्ति वी सुब्रमण्यम ने मंगलवार को कहा कि निकट भविष्य में भारत वैश्विक वृद्धि (ग्लोबल ग्रोथ) का वाहक बना रहेगा। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी से भारत ने लगातार 7 फीसदी से ज्यादा की लगातार वृद्धि देखी है। उन्होंने अनुमान लगाया कि चौथी तिमाही में भारत की वृद्धि दर 8 फीसदी होगी। सु्ब्रमण्यम ने मौजूदा वैश्विक आर्थिक स्थिति को देखते हुए इसे अच्छी वृद्धि कहा।
यह पूछे जाने पर कि मौजूदा वैश्विक अर्थव्यव्था में भारत की क्या स्थिति है, उन्होंने जवाब दिया, ‘मुझे लगता है कि निकट भविष्य में भारत वैश्विक वृद्धि का वाहक बना रहेगा। मुझे उम्मीद है कि इस दशक में भारत में विकास दर लगातार 7 फीसदी से ऊपर रहेगी। आपको सितंबर 2021 की याद होगी, जब मैं भी सरकार के साथ था। मैंने भविष्यवाणी की थी कि भारत 7 फीसदी से ज्यादा वृद्धि के साथ कोरोना महामारी से बाहर निकलेगा। इसलिए, मैं उस आकलन को बनाए रखना जारी रखता हूं।’
भारत के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार सुब्रमण्यम ने कहा कि आईएमएफ ने 2024 में भारत के लिए विकास के अपने अनुमान को संशोधित कर 7.8 फीसदी कर दिया है। जिस पर उन्होंने जोर देकर हा कि यह समग्र विकास को दिखाता है।
यह पूछे जाने पर कि अमेरिका में आयोजित आईएमएफ की बैठकों में भारत की अर्थव्यवस्था को कैसे देखा जाता है, उन्होंने कहा, इसलिए, यदि आप अब भारतीय अर्थव्यवस्था को देखते हैं, तो कोरोना के बाद से यह लगातार 7 फीसदी से अधिक बढ़ी है। फिर इस वर्ष बढ़ी है। पहली तीन तिमाहियों में 8.2 फीसदी, 8.1 फीसदी और 8.4 फीसदी की वृद्धि हुई है। इसलिए 7.3 फीदी से काफी कम वृद्धि दर के बावजूद यदि ऐसा होता है तो वास्तव में चौथी तिमाही में भारत की औसत वृद्धि दर 8 फीसदी होगी। मुझे लगता है कि वर्तमान वैश्विक आर्थिक स्थिति में यह बहुत अच्छी (वृद्धि) है।