ताइपे। उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग के महासचिव ने चीन और ताइवान के बीच तनाव की तुलना कीव और मॉस्को के बीच चल रहे संघर्ष से की। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के साथ अभी जो हो रहा है, वह अब ताइवान के साथ हो सकता है। स्टोल्टेबर्ग ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा, यूरोप में जो कुछ भी हो रहा है, वह एशिया के लिए भी मायने रखता है। एशिया में जो हो रहा है, वह यूरोप के लिए मायने रखते है और यह (संघर्ष) आज यूक्रेन में हो रहा है, कल यह ताइवान हो सकता है।
नाटो प्रमुख ने इस बात पर जोर दिया कि यूक्रेन एक संप्रभु स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में खड़ा रहे। उन्होंने कहा, यह हम सबके हित हमं है कि यूक्रेन एक संप्रभु स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में कायम रहे। उसे हम जो समर्थन दे रहे हैं, उससे वह (युद्ध में) में अंतर ला रहा है। नाटो सहयोगियों की ओर से उसे निरंतर गोला-बारूद और हथियारों की आपूर्ति हो रही है। उन्होंने आगे कहा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दुनिया को और ज्यादा खतरनाक और असुरक्षित बना देंगे। नाटो महासचिव ने कहा कि रूस, उत्तर कोरिया, ईरान और चीन सहित अन्य सत्तावादी शासनों को बल प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
उन्होंने कहा आगे कहा, हम यूक्रेन को जो समर्थन दे रहे हैं। वह एक अंतर बना रहा है। यह नाटो के हित में है कि यूक्रेन अपनी संप्रभुता बनाए रखे। उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेनी सैनिक रूस को खदेड़ने और मॉस्को के कब्जे वाली जमीन का पचास फीसदी इलाका मुक्त कराने में सफल रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा, रूसी सेना को भारी नुकसान हुआ है। तीन लाख से ज्यादा मौतें हुई हैं और सैकड़ों विमानों और हजारों बख्तरबंद वाहनों को नष्ट कर दिया गया है। उन्होंने आगे बताया कि वह बुधवार को अलबामा के उस संयंत्र का दौरा करेंगे, जो जैवलिन मिसाइल बनाता है।