लाहौर। पाकिस्तान में आठ फरवरी को आम चुनाव होने हैं। लेकिन, उससे पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। चुनाव आयोग ने पहले पार्टी के क्रिकेट बैट चुनाव चिह्न को रद्द किया। फिर उसके उम्मीदवारों के नामाकंन रद्द किए। इसके बाद भी पार्टी के कार्यकर्ता चुनाव प्रचार के लिए उतरे तो उन पर लाठीचार्ज किया गया। इस बीच, सोमवार पीटीआई ने चुनाव अभियान में शामिल लोगों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई की निंदा की।
पीटीआई (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) पार्टी ने कहा कि लोग वोट से पुलिस की इस बर्बर कार्रवाई का बदला लेंगे। पार्टी के संस्थापक इमरान खान और उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी बीते छह महीने से ज्यादा समय से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं। पार्टी ने दावा किया है कि पुलिस ने बीते कुछ दिनों में देशभर से उसके दर्जनों कार्यकर्ताओं और उम्मीदवारों को गिरफ्तार किया है। कराची पुलिस ने रविवार को पीटीआई की रैली के दौरान लाठीचार्ज किया। इस दौरान तीस अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। इसी तरह, पंजा प्रांत में भी पुलिस ने धारा 144 का उल्लंघन करने के लिए पीटीआई के दर्जनों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया।
पार्टी के नेताओं ने कहा, यह धारा (144) केवल पीटीआई पर लागू होती है। जबकि, अन्य दल चुनाव अभियान के तहत रोजाना रैली कर रहे हैं। पीटीआई के एक प्रवक्ता रऊफ हसन ने कहा, इमरान खान की अपील पर देशभर से बड़ी संख्या लोग अपने प्रतिद्वंद्वियों की नींद हराम करने और अपने नेता की लोकप्रियता पर मुहर लगाने के लिए बाहर आए हैं। उन्होंने कहा, जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं। पीटीआई के उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की जा रही है। उनका अवैध अपहरण किया जा रहा है। उनकी शांतिपूर्ण जनसभाओं में बाधा डाली जा रही है। इससे साफ है कि इमरान खान की लोकप्रियता बढ़ रही है। उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा, संविधान और लोकतंत्र सहित सभी सामाजिक और नैतिक मूल्यों को कुचला जा रहा है। ताकि, जनमत को दबाकर देश पर उन अपराधियों को थोपा जा सके। जिन्होंने बीते कई दशों के दौरान देश की संपत्ति को बेरहरमी से लूटा है।