बीजिंग। इस्राइल-हमास युद्ध में चीन के रुख में बदलाव आया है। दरअसल चीन अभी तक फलस्तीन का समर्थन कर रहा था और उसने हमास के इस्राइल पर बर्बर हमले की खुलकर निंदा भी नहीं की थी लेकिन अब चीन ने स्वीकार किया है कि इस्राइल को आत्मरक्षा का अधिकार है। बता दें कि इस्राइल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने सोमवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी से टेलीफोन पर बात की। इस बातचीत के बाद चीन के सरकारी मीडिया ने वांग यी के हवाले से उक्त बयान जारी किया।
चीन के सरकारी मीडिया के अनुसार वांग यी ने अपने इस्राइली समकक्ष से कहा, ‘हर देश का अपनी आत्मरक्षा करने का अधिकार है लेकिन यह अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों और नागरिक सुरक्षा के नियमों का भी पालन किया जाना चाहिए।’ बता दें कि चीन का यह बयान अमेरिका और यूरोपीय देशों के उस बयान जैसा है, जिनमें इस्राइल की कार्रवाई का समर्थन किया गया है। गौरतलब है कि चीन के विदेश मंत्री का इस्राइल को लेकर यह बयान ऐसे वक्त सामने आया है, जब चीन के विदेश मंत्री 26-28 अक्तूबर तक तीन दिवसीय दौरे पर अमेरिका जा रहे हैं।
बीते हफ्ते चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने एक बयान में इस्राइल हमास के बीच जारी युद्ध को तुरंत रोकने की बात कही थी और मिस्त्र और अन्य अरब देशों को साथ समन्वय करके फलस्तीन मुद्दे का हल निकालने की सलाह दी। बता दें कि चीन द्वारा अभी तक हमास के इस्राइल पर हमले की निंदा नहीं की गई है, जिसमें 1400 लोगों की जान चली गई थी। अमेरिका के वरिष्ठ सांसद चक शूमर ने भी चीन के इस्राइल को लेकर रुख की आलोचना भी की थी। इस्राइल ने भी सार्वजनिक तौर पर चीन के रुख से निराशा जाहिर की थी।