पाकिस्तान में सब तबाह हो रहा और इमरान को पॉलिटिक्स की पड़ी: बिलावल भुट्टो

बिलावल भुट्टो

बिच्छू डॉट कॉम। भारी बारिश के चलते आई बाढ़ ने पाकिस्तान में जबरदस्त तबाही मचाई है। इस बीच देश के विदेश मंत्री और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण हुई तबाही के बावजूद इमरान राजनीतिक लाभ हासिल करने में लगे हुए हैं। बिलावल ने कहा, ‘इमरान खान पॉलिटिकल प्वाइंट-स्कोरिंग में बिजी हैं। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि राजनीति करने का भी समय आएगा लेकिन फिलहाल बाढ़ पीड़ितों तक मदद पहुंचाने की जरूरत है।’ बिलावल भुट्टो-जरदारी ने कहा, ‘हमारे विरोधी चाहे वो सत्ता पक्ष में हों या फिर विपक्ष में, हमेशा ही राहत और बचाव कार्यों से दूर रहते हैं। पाकिस्तान में बाढ़ ने जमकर कहर बरपाया है। तबाही देश के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंच गई है। बाढ़ के चलते लोगों के घर, फसलें सब तबाह हो गई हैं। पंजाब, खैबर-पख्तूनख्वा, गिलगित और सिंध प्रांत बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। सिंध प्रांत अब तक की सबसे भीषण तबाही से गुजरा है।’

पाकिस्तान सरकार ने बाढ़ से प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत कार्य के लिए सेना को बुलाने का फैसला किया है। एक दशक से भी ज्यादा समय बाद बाढ़ की ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है जिससे तीन करोड़ तीस लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अनुसार, पाकिस्तान में बाढ़ के कारण अब तक 982 लोगों की मौत हो चुकी है और पिछले 24 घंटे में 45 लोगों की जान चली गई। एनडीएमए ने कहा कि पिछले 24 घंटे में 1,456 और लोग घायल हुए। एनडीएमए के अनुसार, 3,161 किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, 149 पुल बह गए और 6,82,139 घर आंशिक रूप से या पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बाढ़ के कारण देश का लगभग आधा हिस्सा डूब गया है और 110 जिलों में 57 लाख से ज्यादा लोग बिना आश्रय और भोजन के हैं। इस आपदा से सिंध और बलोचिस्तान सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं और पाकिस्तान रेलवे ने कई स्थानों पर सेवाएं निलंबित कर दी हैं। पर्यावरण मंत्री शेरी रहमान के अनुसार, देश में हर साल तीन से चार बार बारिश का दौर आता था लेकिन इस बार मानसून का आठ दौर आ चुका है। अभी और बारिश होने की आशंका है।

रिपोर्ट के मुताबिक, भारी बारिश और बाढ़ की वजह से हुए हादसों में करीब 1,000 लोगों की मौत हो चुकी है। करोड़ों रुपये का साजो-सामान नष्ट हो चुका है। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि सरकार को कई हिस्सों में आपात-स्थिति का ऐलान भी करना पड़ा है। सरकार की तरफ से कुछ खास कदम नहीं उठाए गए तो बाढ़ और बारिश से चालू खाते का घाटा 4.4 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है जो जीडीपी का एक प्रतिशत होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान को मजबूरी में 2.6 अरब डॉलर मूल्य का कपास और 90 करोड़ डॉलर मूल्य का गेहूं आयात करना पड़ सकता है। साथ ही उसे एक अरब डॉलर मूल्य का वस्त्र निर्यात भी गंवाना पड़ सकता है। इस तरह कुल नुकसान करीब 4.5 अरब डॉलर पर पहुंच सकता है। पाकिस्तान में बारिश और बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान कपास की फसल को पहुंचा है। फसलों के अलावा बारिश और बाढ़ में करीब पांच लाख मवेशियों की भी मौत हो गई है। इससे ग्रामीण आबादी पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा और दूध की आपूर्ति भी बाधित होने का अंदेशा है।

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