काठमांडू। नेपाली कांग्रेस के महासचिव विश्व प्रकाश शर्मा ने रविवार को पार्टी अध्यक्ष और पूर्व पीएम शेर बहादुर देउबा से दोबारा पीएम न बनने के लिए आग्रह किया है। उन्होंने देउबा से आग्रह करते हुए कहा कि वह नई पीढ़ी के नेताओं के लिए पद छोड़ दें। हालांकि पूर्व पीएम शेर बहादुर देउबा ने उनका प्रस्ताव खारिज कर दिया है। गौरतलब है कि विश्व प्रकाश शर्मा का यह प्रस्ताव तब आया है जब हाल ही में वर्तमान पीएम केपी शर्मा ओली ने अपने इस्तीफे को लेकर बयान दिया था। बता दें कि शेर बहादुर देउबा को प्राइम मिनिस्टर-इन-वेटिंग के रूप में जाना जाता है क्योंकि सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष और मौजूदा पीएम केपी शर्मा ओली और नेपाली कांग्रेस (एनसी) के अध्यक्ष देउबा के बीच सरकार गठन के लिए नए गठबंधन में बारी-बारी से पीएम बनने पर सहमति बनी थी। वहीं, ओली ने हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि वह एक साल 10 महीने बाद सरकार के प्रमुख पद से इस्तीफा दे देंगे।
नेकां महासचिव विश्व प्रकाश शर्मा ने पार्टी की केंद्रीय समिति की बैठक के दौरान शेर बहादुर देउबा से छठी बार प्रधानमंत्री नहीं बनने का प्रस्ताव रखा था। साथ ही कहा कि उन्हें अपनी जगह किसी नये चेहरे को पीएम पद के लिए आगे लाना चाहिए। बैठक में शर्मा ने कहा कि पार्टी में कई नेता हैं जो सक्षम, अनुभवी और कुशल हैं, जो सरकार चला सकते हैं। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष देउबा को पार्टी के छह नेताओं प्रकाश मान सिंह, अर्जुन नरसिंह केसी, बिमलेंद्र निधि, पूर्ण बहादुर खड़का, शशांक कोइराला और शेखर कोइराला में से किसी एक को पार्टी का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार चुनने का प्रस्ताव दिया।
विश्व प्रकाश शर्मा के प्रस्ताव को खारिज करते हुए देउबा ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री पद के लिए अपना दावा नहीं छोड़ूंगा। देउबा ने यह भी कहा कि जो कोई भी प्रधानमंत्री बनना चाहता है उसे नेपाली कांग्रेस के संसदीय दल के चुनाव में मुझे हराना चाहिए। गौरतलब है कि बीती जुलाई में नेपाल की सबसे बड़ी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता केपी शर्मा ओली नई गठबंधन सरकार के लिए नेपाल का प्रधानमंत्री बने थे। ओली ने नेपाली कांग्रेस के समर्थन से पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ की जगह पीएम पद ग्रहण किया था। प्रचंड प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हार गए।