बिच्छू डॉट कॉम। बालों की सेहत का रखना हो ध्यान या खाने को बनाना हो टेस्टी, सरसों का तेल हर काम बखूबी करता है। सरसों का तेल उपयोग करने से सेहत को अनेक लाभ मिलते हैं। भारतीय रसोई में तो सरसों के तेल की अपनी एक खास पहचान है। यहां सरसों का तेल आज भी एक बड़ी आबादी द्वारा घरों में उपयोग किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं अगर इसी सरसों के तेल में मिलावट की गई हो तो ये सेहत को फायदे की जगह नुकसान तक पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं आखिर कैसे घर बैठे आप कर सकते हैं सरसों के तेल में मिलावट की पहचान।
सरसों के तेल में मिलावट की ऐसे करें पहचान
फ्रीजिंग टेस्ट
सरसों के तेल की पहचान करने के लिए आप उसका फ्रीजिंग टेस्ट कर सकती हैं। फ्रीजिंग टेस्ट करने के लिए आप सबसे पहले एक बाउल में थोड़ा सा सरसों का तेल डालकर उस बाउल को कुछ घंटो के लिए फ्रिज में रख दें। अगर तेल जमा हुआ नजर आता है या उस पर सफेद धब्बे दिखाई देते हैं तो समझ जाएं कि तेल में मिलावट की गई है।
रबिंग टेस्ट
रबिंग टेस्ट करने के लिए आप सबसे पहले सरसों के तेल की कुछ बूंदे हाथों पर रखकर अपने हाथों पर अच्छी तरह से रगड़ें। अगर तेल से कोई रंग निकलता है या इसमें केमिकल की बदबू आती है तो इसका मतलब है कि तेल में मिलावट की गई है।
नाइट्रिक एसिड
तेल में मिलावट जांचने के लिए सबसे पहले एक बाउल में एक बड़ा चम्मच तेल डालकर उसमें 5 एमएल नाइट्रिक एसिड मिलाएं। यदि मिश्रण का रंग पीला संतरी हो जाता है तो इसका मतलब है कि इसमें आर्गेमोन मिलाया गया है और सरसों का तेल नकली है।