नयी दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। आईएस जौहर….. अगर आप पुरानी फिल्मों के शौकीन हैं तो यह नाम आप भली भांति जानते होंगे… अपनी अदाकारी से सबका दिल जीतने वाले इंद्रजीत सिंह जौहर यानी आईएस जौहर अगर आज होते तो 103 बरस के होते……. वे इस दुनिया में अब नहीं हैं लेकिन फिल्मी दुनिया में उनके जौहर के किस्से आज भी जीवंत हैं….. 5 शादियां……जुड़वां भाई होने का खामियाजा भुगता और बेनजीर भुट्टो को फिल्म के लिए आमंत्रित कर दिया…….औन भी न जाने कितने किस्से मशहूर हैं…. आईए एक बार फिर रिवर्स करते हैं आईएस जौहर से जुड़ी जिंदगी के किस्से। बॉलीवुड के चंद पुराने परिवारों में जौहर खानदार को भी गिना जाता है. करण जौहर के पिता यश जौहर एक बड़े दिग्गज फिल्म मेकर रहे हैं. इसके बाद करण ने भी अपने पिता के रास्ते पर फिल्म मेकिंग का रास्ता अपनाया और बॉलीवुड का चमकता सितारा बन गए. करण जौहर के ताऊ इंद्रजीत सिंह जौहर (आईएस जौहर) भी एक बेहद टैलेंटेड कलाकार थे. आईएस जौहर को फिल्मों में एक्टिंग के साथ डायरेक्शन समेत तमाम विधाओं में महारथ हासिल थी. आईएस जौहर की आज 103वीं बर्थ एनिवर्सरी है. आईएस जौहर अपने करियर से ज्यादा निजी जिंदगी को लेकर चर्चा में रहे. आईएस जौहर ने अपनी जिंदगी में 5 बार शादी की. इतना ही नहीं आईएस जौहर ने अपनी पांचों पत्नियों को तलाक भी दे दिया था. आईएस जौहर ने भारत में तलाक का ट्रेंड भी सेट किया था. आईएस जौहर ऐसे इंसान थे जिन्होंने आजाद भारत के पहले रजिस्टर्ड तलाकों में अपना नाम दर्ज कराया था. अतरंगी मिजाज के इंसान आईएस जौहर का जीवन भी काफी दिलचस्प रहा है. सामाजिक चेतना से भरे आईएस जौहर को जितना फिल्मों में इंटरेस्ट था उतना ही राजनीति पर भी पैनी नजर रखते थे. आईएस जौहर ने पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो को भी फिल्मों में हीरोइन बनने का ऑफर दे डाला था. आईएस जौहर को भारत का चार्ली चैपलिन भी कहा जाने लगा था. हालांकि उन्हें खुद का यह नाम बिल्कुल भी पसंद नहीं था। आईएस जौहर का जन्म साल 1920 में आज ही के दिन पाकिस्तान से झेलम जिले में हुआ था. आईएस जौहर का एक जुड़वां भाई भी था जो बिल्कुल उनके जैसा ही दिखता था. आईएस जौहर जब 27 साल के थे तो उन्हें पाकिस्तान छोड़ना पड़ा. आईएस जौहर साल 1947 में शादी अटेंड करने पटियाला आए थे. इसी दौरान बंटवारे में दंगे भड़क गए और आईएस कभी अपने घर वापस नहीं जा सके. इसके बाद आईएस भारत आ गए. एक साल जालंधर में बिताने के बाद आईएस 1949 में मुंबई आ गए थे. मुंबई आकर आईएस जौहर ने सबसे पहले फिल्मों में पटकथा लेखनी का काम किया. यहां आकर आईएस जौहर ने कहानी लिखना और फिल्ममेकर्स से संपर्क बनाना शुरू कर दिया. आईएस जौहर ने ‘एक थी लड़की’ फिल्म की कहानी सबसे पहले लिखी थी. इसके बाद आईएस ने 12 फिल्में डायरेक्ट भी की. साथ ही 4 फिल्में भी खुद ही प्रोड्यूस कर डालीं. आईएस जौहर का एक जुड़वां भाई भी था जो शक्ल और सूरत में बिल्कुल उनके जैसा था. भाई के चक्कर में आईएस जौहर को एक बार जेल की भी हवा खानी पड़ी थी. दरअसल आईएस जौहर के भाई ने अपराध किया और पुलिस ने आईएस को पकड़कर जेल में बंद कर दिया. ये किस्सा खुद आईएस जौहर ने 1957 के फिल्म फेयर में सुनाया था. आईएस ने बताया था कि उनका जुड़वां भाई आपराधिक प्रवत्ति का था और कई बार उसके चलते आईएस की पिटाई हुई थी. इतना ही नहीं आईएस की गर्लफ्रेंड से जुड़वा भाई ने शादी कर डाली थी. आईएस जौहर फिल्मों के साथ राजनीति पर भी पैनी नजर रखते थे. भारत-पाक युद्ध के बाद पाक राष्ट्रपति जुल्फिकार अली भुट्टो अपनी बेटी बेनजीर भुट्टो के साथ शिमला समझौता करने भारत आए थे. इसी दौरान आईएस जौहर ने बेनजीर भुट्टो को फिल्म में हीरोइन बनाने का ऑफर भी दिया था. आईएस जौहर खुद भी पाकिस्तान के थे और बंटवारे ने उनके मन में गहरा असर छोड़ा था. बंटवारे को लेकर नास्तिक नाम की फिल्म भी आईएस जौहर ने लिखी थी।
16/02/2023
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