नयी दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। जब भी बॉलीवुड की खूबसूरत अभिनेत्रियों की चर्चा होगी तो उनमें सबसे ऊपर जो नाम होगा वह है नरगिस का……. हुस्न की इस मलिका का जन्म यूं तो तवायफ के घर हुआ लेकिन डॉक्टर बनने की तमन्ना पाले नरगिस जब फिल्मी दुनिया में पहुंची तो इनके इश्क में न जाने कितने लोग दीवाने हो गए। राज कपूर जैसे शो मैन और सुनील दत्त जैसे अभिनेता भी इनके इश्क से अपने आपको बचा नहीं पाए। आज के ही दिन यानी 1 जून को नरगिस के जन्मदिन की एनिवर्सरी होती है…. आईए आपको बताते हैं इस खूबसूरती की मिसाल नरगिस से जुड़ी कुछ खास बातें।
1 जून 1929 को तत्कालीन बंगाल प्रेसीडेंसी के कलकत्ता में जन्मी नरगिस की पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ हमेशा से ही सुर्खियों में रही है। -बताया जाता है कि अपने समय में बॉलीवुड पर राज करने वाली नरगिस दत्त की मां जद्दनबाई एक तवायफ थी. उनके तीन बच्चे थे और तीनो के ही पिता अलग अलग थे. नरगिस के पिता मोहन चन्द उत्तम चन्द या मोहन बाबू थे। जिन्होंने बाद में इस्लाम धर्म अपना कर अब्दुल राशिद बन गए. उनकी मां का नाम जद्दनबाई था। नरगिस 1935 में आई फिल्म तलाश-ए-हक में मात्र 5 साल की उम्र में नजर आई थीं. लेकिन एक पूर्ण अभिनेत्री के रूप में वह साल 1942 में आई फिल्म तमन्ना से फिल्मों में अपना आगाज किया कहा जाता है कि राज कपूर और नरगिस कई सालों तक कथित तौर पर रिलेशनशिप में रहे थे। नरगिस को बाद में सुनील दत्त से बेइंतेहा इश्क हो गया और दोनों ने शादी रचा ली। वह पहली अभिनेत्री थीं जिन्हें पद्मश्री पुरस्कार मिला और जो राज्यसभा सदस्य बनी। कैंसर से जूझ रही नरगिस ने 03 मई, 1981 को दुनिया को अलविदा कह दिया।