बिच्छू इंटरटेंमेंट/15 साल से ऊपर के हर शख्स को दें सीपीआर की ट्रेनिंग : काजोल

  • रवि खरे
काजोल

15 साल से ऊपर के हर शख्स को दें सीपीआर की ट्रेनिंग : काजोल
हाल ही में फेमस एक्ट्रेस काजोल ने हार्ट अटैक से मरने वालों की बढ़ती संख्या पर अपनी चिंता जाहिर की है और लोगों का खास सलाह दी है। एक्ट्रेस काजोल ने लोगों से अपील की कि 15 साल से ऊपर के हर व्यक्ति को सीपीआर देना सीखना चाहिए। सीपीआर देकर कार्डियक अरेस्ट से पीड़ित व्यक्ति को बचाया जा सकता है। उन्होंने वीडियो शेयर कर लोगों को सीपीआर की ट्रेनिंग लेने के लिए जागरुक किया और कहा- नमस्ते. कार्डियक अरेस्ट से होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। अगर कार्डियक अरेस्ट के पीडि़तों को सीपीआर नहीं दिया गया तो उसका बचना मुश्किल होता है। उन्होंने कहा, रिवाइव हार्ट फाउंडेशन के साथ जुडक़र 2024 में चलिए एक कोशिश करें। 15 साल से ऊपर के हर शख्स को सीपीआर की ट्रेनिंग दें। आप अपनी जान पहचान के कार्डियोलॉजिस्ट से भी सीपीआर देना सीख सकते हैं। ये मुश्किल नहीं है, लेकिन किसी के मुश्किल वक्त में काम जरूर आ सकता है। वहीं इस वीडियो को शेयर करते हुए काजोल ने कैप्शन में लिखा, मैं कार्डियक अरेस्ट अवेयरनेस वीक के कैंपेन एम्बेसडर के रूप में रिवाइव हार्ट फाउंडेशन के अविश्वसनीय काम का सपोर्ट करने के लिए सम्मानित महसूस कर रही हूं। इस वर्ष, यह कार्डियक अरेस्ट के बारे में जागरूकता पैदा करने और यह सुनिश्चित करने के बारे में है कि ज्यादा से ज्यादा लोग सीपीआर सीखें। हमारा उद्देश्य 15 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को ट्रेनिंग देना और उन्हें भविष्य में किसी की जान बचाने में मदद करने के लिए सशक्त बनाना है। बता दें, हाल ही में टीवी एक्टर विकास सेठी का निधन भी हार्ट अटैक से हुआ है। एक्टर को नींद में सोते वक्त दिल का दौरा पड़ा और 48 की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह गए। देश दुनिया में कार्डियक अरेस्ट से होने वाली मौतों के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। बहुत कम उम्र में ही लोग हार्ट अटैक की वजह से अपनी जान गंवा रहे हैं। फिल्म और टीवी इंडस्ट्री से भी अब तक कई सेलेब्स दिल का दौरा पडऩे से अपनी जान गंवा चुके हैं।

कैंसर की जांच करवाने समय निकालें: विद्या बालन
फेडरल बैंक होरमिस मेमोरियल फाउंडेशन और ‘संजीवनी: यूनाइटेड अगेंस्ट कैंसर’ कार्यक्रम के दूसरे चरण के लिए अभिनेत्री विद्या बालन को राष्ट्रीय एंबेसडर नियुक्त किया गया है। एक्ट्रेस इसमें टाटा ट्रस्ट्स ज्ञान साझेदार के रूप में शामिल हैं। इस अभियान के तहत एक सार्वजनिक सेवा संदेश के माध्यम से विद्या बालन लोगों से अपील करती हैं कि वे कैंसर की समय से जांच करवाने के लिए समय निकालें। इस अभियान का उद्देश्य शुरुआती कैंसर स्क्रीनिंग के प्रति लोगों के रवैये में बदलाव लाना है और जागरूकता फैलाना है। कैंसर दुनिया भर में मृत्यु के सबसे सामान्य कारणों में से एक है, लेकिन प्रारंभिक जांच द्वारा इसे पहले से रोकना और निदान करना आसान हो सकता है। विद्या बालन ने कहा, स्क्रीनिंग एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो लक्षणों के प्रकट होने से पहले कैंसर का पता लगाने में मदद करती है। इस कार्यक्रम के जरिए, मैं लोगों से कैंसर स्क्रीनिंग को लेकर फैली भ्रांतियों और गलत धारणाओं को खत्म करने की कोशिश करूंगी और लोगों को नियमित जांच करवाने के लिए प्रेरित करूंगी।

धनिया का किरदार निभाना बेहद चुनौतीपूर्ण :  स्मिता साबले
छोटे परदे की अभिनेत्री स्मिता साबले ने कहा कि उन्होंने शुरुआत में शो में एक नकारात्मक किरदार के लिए ऑडिशन दिया था। टेलीविजन शो भीमा में धनिया की भूमिका निभाने वाली अभिनेत्री ने जिस भूमिका के लिए ऑडिशन दिया था वह वर्तमान में निभाए जा रहे उनके किरदार से बिल्कुल अलग थी। स्मिता ने कहा, यह काफी दिलचस्प कहानी है। मैंने शो भीमा के लिए ऑडिशन दिया था, लेकिन वह धनिया की भूमिका के लिए नहीं था। मैंने एक नकारात्मक भूमिका के लिए ऑडिशन दिया था, लेकिन मुझे धनिया की भूमिका के लिए चुना गया। यह पूरी तरह से आश्चर्यचकित करने वाला था। मैं बहुत रोमांचित थी। धनिया का किरदार निभाना बेहद चुनौतीपूर्ण है, लेकिन मैं अपने करियर में इतनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने को लेकर खुश हूं।अभिनेत्री ने अपने किरदार के बारे में कहा कि सामाजिक चुनौतियों के बावजूद अपनी बेटी भीमा की पढ़ाई के लिए धनिया की तरफदारी करना उसकी परवरिश की भावना का प्रमाण है। कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद धनिया का हिम्मत और दृढ़ संकल्प कभी कम नहीं हुआ। अभिनय जगत में आने से पहले अभिनेत्री ने 2019 तक कॉर्पोरेट क्षेत्र में काम किया। हालांकि वह शुरू से ही एक्टिंग करना चाहती थीं। उन्होंने आगे बताया, अपने खाली समय में मैं वीडियो बनाती थी और सोशल मीडिया पर मोनोलॉग करती थी।

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