– नगीन बारकिया
युवाओं के टीकाकरण पर लग सकता है ग्रहण
एक तरफ सरकार कोरोना के नए मामलों को रोकने का प्रयास कर रही है, तो दूसरी ओर वैक्सीनेशन अभियान को भी तेज कर रही है। सरकार ने बीते दिनों एक मई से 18 साल से अधिक उम्र वालों के लिए टीकाकरण अभियान का ऐलान किया है लेकिन इस अभियान पर भी ग्रहण लगने की आशंका दिखाई दे रही है। टीकों की आपूर्ति में देरी के चलते कोरोना से प्रभावित बड़े राज्यों महाराष्ट्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ ने टीकाकरण टाल दिया है। इसमें राहत की बात है कि एक मई से ही रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-वी भी इस्तेमाल के लिए उपलब्ध हो जाएगी। उधर राजस्थान सरकार ने कहा है कि केंद्र की ओर से उन्हें परस्पर टीकों की आपूर्ति नहीं मिल रही है, ऐसे में एक मई से भी 45 से अधिक उम्र वाले लोगों को ही टीका लगेगा। अभी इस श्रेणी के एक करोड़ लोग टीका नहीं लगवा पाए हैं। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि टीकों की कमी के कारण अभियान शुरू करना मुश्किल है। छत्तीसगढ़ का कहना है कि भारत बायोटेक जुलाई तक वैक्सीन देगा जबकि सीरम से वैक्सीन को लेकर जवाब नहीं मिला है। असम में भी सरकार ने टीकाकरण टालने के संकेत दिए हैं। तेलंगाना के पास भी डेढ़ लाख खुराक बची हैं। ऐसे में युवाओं को टीके समय से नहीं लग सकेंगे। कर्नाटक सरकार ने 18 से अधिक उम्र के लोगों को टीकाकरण का काम एक सप्ताह आगे बढ़ाने के संकेत दिए है। तमिलनाडु ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर टीके की पर्याप्त डोज उपलब्ध कराने का आग्रह किया है।
फिर साथ निभाने सामने आया रूस
अब जब कोरोना की दूसरी लहर कोहराम मचा रही है तब भारत की मदद करने के लिए लगातार अन्य देश सामने आ रहे हैं। इन सबके बीच रूस की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहल करते हुए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की। दोनों के बीच कोरोना वायरस संकट पर बात हुई। इस चर्चा के बाद रूसी राष्ट्रपति ने ट्वीट कर बताया है कि भारत को कई तरह के मेडिकल उपकरण भेजे जा रहे हैं, जिसे आज ही रवाना किया जाएगा। इनमें ऑक्सीजन का प्रोडक्शन करने वाले यूनिट्स हैं, वेंटिलेटर्स हैं तथा कई अन्य उपकरण हैं। कोरोना वायरस के इस संकट के समय में पुतिन ने नरेंद्र मोदी का समर्थन किया है और भारत को मानवता के आधार पर भेजी जा रही इमरजेंसी मदद के बारे में जानकारी दी। बयान में कहा गया, ”रूसी इमरजेंसी मंत्रालय की फ्लाइट्स के जरिए से 22 टन के आवश्यक उपकरणों को भेजा जा रहा है, जिसमें 20 ऑक्सीजन प्रोडक्शन यूनिट, 75 वेंटिलेटर्स, 150 मेडिकल मॉनिटर्स और 2 लाख दवाओं के पैकेट हैं।” भारत के प्रधान मंत्री ने प्रदान की गई सहायता के लिए रूस के राष्ट्रपति को गर्मजोशी से धन्यवाद भी दिया। दोनों नेताओं ने भारत में रूसी स्पुतनिक-V वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन का स्वागत किया और इसकी एफिकेसी और सेफ्टी के बारे में जिक्र किया। उन्होंने इस तथ्य पर भी संतोष व्यक्त किया कि रूसी डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड ने स्पुतनिक की 850 खुराकों का प्रोडक्शन करने के लिए भारतीय कंपनियों के साथ एक समझौता किया है। इसका प्रोडक्शन मई में शुरू होना है।
24 घंटे में 3 लाख 80 हजार
भारत में कोरोना की लहर अब सुनामी में तब्दील हो चुकी है। देश में कोरोना कितना विकराल हो रहा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोरोना न सिर्फ नए केसों के मामलों में बल्कि अब मौतों के मामले में भी हर दिन रिकॉर्ड बनाने लगा है। भारत में बुधवार को एक दिन में कोरोना वायरस के रिकॉर्ड करीब 3 लाख 80 हजार मामले सामने आए और एक्टिव केसों की संख्या 30 लाख पार कर गई। 24 घंटे के दौरान ही करीब 3650 मौतों की संख्या ने बड़ा रिकॉर्ड कायम कर दिया। कोरोना की दूसरी लहर में भारत ने अमेरिका, ब्राजील जैसे देशों को भी पीछे छोड़ दिया है, जहां मौतों और नए केसों के आंकड़े भारत की तुलना में काफी कम हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, देश में बुधवार को एक दिन में सबसे अधिक 379,459 नए कोरोना केस सामने आए और इसी दौरान 3647 लोगों की मौत भी हो गई। इस तरह देश में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 1,83,68,096 हो गई है और अब तक देश में इस खतरनाक वायरस से 2,04,812 लोग जान गंवा चुके हैं। इस महामारी से अब तक 1,50,78,276 लोग उबर चुके हैं जो आफत के बीच थोड़ी राहत की बात है।
बंगाल में हो रहा है आज अंतिम चरण का मतदान
बंगाल में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच आज यानी गुरुवार को आखिरी चरण का मतदान है। इसमें 84 लाख से ज्यादा मतदाता विधानसभा की 35 सीटों पर 283 से ज्यादा उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। सबकी निगाहें तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल पर होंगी, जो निर्वाचन आयोग की कड़ी निगरानी में हैं। मंडल को शुक्रवार शाम सात बजे तक निगरानी में रखा गया है, क्योंकि राज्य में मुख्य निर्वाचन अधिकारी को उनके खिलाफ कई शिकायतें मिली थीं। तृणमूल नेता को 2019 के लोकसभा चुनावों और 2016 के विधानसभा चुनावों के दौरान भी ऐसी ही निगरानी में रखा गया था। पूर्व के चरणों में हुई हिंसा, खासकर चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार में पांच लोगों की मौत के मद्देनजर सुरक्षा इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं। तृणमूल के दो मंत्री- शशि पांजा और साधन पांडेय- क्रमश: उत्तरी कोलकाता की श्यामपुकुर और मानिकताला सीट से मैदान में हैं। मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों की करीब 17 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है, जहां टीएमसी और भाजपा के अलावा वाम – कांग्रेस-आईएसएफ गठबंधन की अच्छी पकड़ है।