सस्पेंड के आदेश होते ही अफसर को किया हाजिर
जबलपुर हाईकोर्ट ने छिंदवाड़ा एसपी विनायक वर्मा ने गुरुवार को हाईकोर्ट में पेश होकर न केवल माफी मांगी , बल्कि पुलिस ने संबधित अफसर को भी कोर्ट में हाजिर कर दिया। इसके बाद हाईकोर्ट ने एसपी का निलंबन आदेश और प्रोजेक्ट डायरेक्टर का गिरफ्तारी वारंट वापस ले लिया। इससे पहले चीफ जस्टिस रवि मलिमठ की डिवीजन बेंच ने बुधवार को एसपी को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे। कोर्ट ने कहा था कि एसपी को अगले आदेश तक सस्पेंड रखा जाए। असल में कोर्ट ने एक मामले में वारंट जारी कर तामीली करने को कहा था। एसपी ने वारंट तामील कराने के बजाय उल्टा कोर्ट को लेटर लिख दिया था ,कि उक्त व्यक्ति का तबादला हो गया है, वारंट तामील नहीं हो सकता। कोर्ट ने इसे आदेश की अवमानना मानते हुए नाराजगी जाहिर की थी।
दिग्विजय फिर मुस्लिमों के पक्ष में आए
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि भाजपा और आरएसएस के देश में मुस्लिम समुदाय की आबादी बढ़ने के बारे में प्रॉपेगैंडा के विपरीत हिंदुओं की तुलना में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की संख्या तेजी से घट रही है। उन्होंने कहा कि वे इस बात को साबित भी कर सकते हैं। सिंह ने जनगणना कराने पर अपनी पार्टी के रुख के बारे में यह दावा किया। उन्होंने कहा, बीजेपी व संघ का प्रचार है कि देश में मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है, सरासर झूठ, गलत और अप्रमाणित है, क्योंकि हिंदुओं की तुलना में अल्पसंख्यक समुदाय की आबादी तेजी से घट रही है। उनका कहना है कि अभी तक केवल 2011 की जनगणना के परिणाम उपलब्ध हैं। इसके बाद के आंकड़े अभी तक नहीं आए हैं।
विपक्षी नेताओं की जानवरों से तुलना
आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी दलों के नेताओं का केंद्र सरकार के खिलाफ लामबंद होने पर गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने विपक्षी दलों के नेताओं की तुलना जानवरों से करते हुए कहा है कि जब सियार, हिरण और लोमड़ी जैसे जानवर एक घाट पर पानी पी रहे हों, तब यह मान लेना चाहिए दूसरे घाट पर शेर ( पीएम मोदी) है। उन्होंने कहा कि मोदी की सुनामी चल रही है और वे सब जानते हैं कि उड़ जाएंगे। इसलिए एक दूसरे का हाथ पकडक़र खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। दरअसल लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए सभी विपक्षी दल एकजुट होने की कोशिशों में लगे हैं। इसी सिलसिले में एक दिन पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नई दिल्ली मैं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई नेताओं से मुलाकात की थी।
पूर्व मंत्री बब्बू को मिली बड़ी राहत सजा का आदेश निरस्त
पूर्व मंत्री हरेंद्रजीत सिंह बब्बू को हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। शासकीय कार्य में बाधा डालने के आरोप में एमपी-एमएलए की विशेष न्यायालय ने उन्हें सजा से दंडित किया था। हाईकोर्ट जस्टिस संजय द्विवेदी की एकलपीठ ने विशेष न्यायालय के आदेश को निरस्त कर दिया है। अभियोजन के अनुसार बब्बू ने विधायक रहते हुए 28 जून 2000 को गोहलपुर थाने में सब इंस्पेक्टर रामस्वरूप पंद्रे के साथ गाली-गलौज करते हुए स्टूल से हमला करने का प्रयास किया था। इसकी वजह थी कार में सवार 6 व्यक्तियों को हथियार के साथ पकड़ा जाना। दरअसल जिस कार में युवक सवार थे, वह विधायक के भाई के नाम पर रजिस्टर्ड थी। हाईकोर्ट की एकलपीठ ने बब्बू की अपील स्वीकार करते हुए एक साल की जेल तथा 2 हजार रुपये के अर्थदंड से दंडित किए जाने के आदेश को खारिज कर दिया।