ऑफ द रिकॉर्ड/केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के साथ ही विस्तार के कयास

  • नगीन बारकिया
 नरेंद्र मोदी

केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के साथ ही विस्तार के कयास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल की आज यानी बुधवार को एक अहम बैठक होने जा रही है जिसमें मंत्रियों द्वारा कोरोना काल के दौरान किए गए कार्यों की समीक्षा के साथ ही संसद के आगामी मानसून सत्र से संबंधित मामले भी तय किए जा सकते हैं। मानसून सत्र 19 जुलाई से प्रस्तावित है। वैसे भी इस बैठक का इसलिए महत्व बढ़ जाता है क्योंकि यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दो साल पूरे होने के बाद पहली कैबिनेट है। साथ ही इसकी पृष्ठभूमि में मंत्रिमंडल विस्तार एवं फेरबदल जैसे गर्म मुद्दे भी हैं। आम तौर पर प्रधानमंत्री महीने के आखिर में मंत्रिमंडल की बैठक करते रहे हैं, लेकिन कोरोना काल में यह क्रम टूटा है। बीते एक महीने से प्रधानमंत्री ने अपने आवास पर लंबी बैठकों में कई मंत्रालयों के कामकाज की समीक्षा भी की थी। बुधवार शाम को होने वाली मंत्रिपरिषद की बैठक डिजिटल तरीके से होगी।

ब्रिटेन में चुनाव प्रचार सामग्री पर मोदी की फोटो….।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छबि वैश्विक स्तर पर वहां के स्थानीय मुद्दों पर कितना असर डालती है उसकी एक बानगी ब्रिटेन से आई यह एक खबर है जिसमें बताया गया है कि ब्रिटेन में उपचुनाव से पहले प्रचार के दौरान मोदी की तस्वीर के इस्तेमाल को लेकर हंगामा खड़ा हो गया है। ब्रिटेन की लेबर पार्टी ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान इस तस्वीर का इस्तेमाल किया है जिसके बाद प्रवासी भारतीय समूहों ने इसकी निंदा की है। बताया जाता है कि उत्तरी इंग्लैंड में उपचुनाव के लिए एक पार्टी की प्रचार सामग्री पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल किए जाने के बाद प्रवासी भारतीय समूहों ने ब्रिटेन की विपक्षी लेबर पार्टी को ‘विभाजनकारी’ और ‘भारत विरोधी’ करार दिया है। खबर के अनुसार वेस्ट यॉर्कशायर में गुरुवार को होने वाले उपचुनाव के प्रचार के दौरान प्रचार सामग्री पर नरेंद्र मोदी की 2019 में जी- 7 शिखर सम्मेलन में कंजरवेटिव पार्टी के नेता व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ हाथ मिलाते हुए तस्वीर छपी है, जिसके साथ टोरी से सांसद के बारे में एक संदेश लिखा है कि उन्हें बचकर रहना चाहिए।

जब उद्धव ठाकरे से मिलने उनके घर पहुंचे पवार
शिवसेना नेता संजय राउत से मुलाकात के ठीक एक दिन बाद एनसीपी नेता शरद पवार मंगलवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने के लिए उनके निवास पहुंचे तो राजनीतिक गलियारों के लिए यह भी खबर बन गई जबकि मुख्यमंत्री के वर्षा बंगले में गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटील, कैबिनेट मंत्री जितेंद्र अहवाद समेत कुछ अन्य मंत्री पहले से मौजूद थे। इससे पहले सोमवार को शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी नेता शरद पवार से अलग-अलग मुलाकात की थी। सीएम के साथ संजय राउत की मुलाकात करीब 2 घंटे तक चली थी। जबकि शरद पवार से संजय राउत की मुलाकात उनके आवास पर हुई थी। जब संजय राउत सीएम से मुलाकात कर वहां से निकले थे तब पत्रकारों से उनके पूछा था क्या वो सीएम का कोई मैसेज शरद पवार तक पहुंचाने जा रहे हैं? अब देखते हैं कि ठाकरे और पवार के इस मिलन को क्या स्वरूप दिया जाता है।

बिहारी बाबू बोले- वह तो मैंने व्यंग्य में कहा था
अपने बयानों के कारण चर्चा में बने रहने वाली सिने अभिनेता से नेता बने बिहारी बाबू याने शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने हालिया पीएम मोदी समर्थक ट्वीट के बारे में सफाई दी है कि उन्होंने संबंधित टिप्पणी व्यंग्य के तौर पर की थी और पार्टी बदलने की उनकी कोई इच्छा नहीं है। उल्लेखनीय है कि शत्रुघ्न ने रविवार को ट्वीट कर कहा था, ‘दुनिया में चार तरह के दु:खी लोग होते हैं। अपने दुखों से दुखी, दूसरों के दुख से दुखी, दूसरों के सुख से दुखी और बिना बात खामखां मोदी से दुखी। इस टिप्पणी के बाद शत्रुघ्न सिन्हा की घर वापसी की अटकलें लगाई जाने लगी थी जिन्हें उन्होंने अपने इस बयान के जरिये खारिज किया। शत्रुघ्न बोले- यह मनोरंजन के लिए रविवार के व्यंग्य के तौर पर कहा था। मैं हर रविवार को मनोरंजन के लिए कुछ ट्वीट करता हूं और उनसे कोई राजनीतिक अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए।

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