बिहाइंड द कर्टन/यूके्रन से वापसी में नहीं होने देंगे कोई कष्ट : शिव

शिवराज सिंह चौहान

प्रणव बजाज
यूके्रन से वापसी में नहीं होने देंगे कोई कष्ट : शिव
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के विभिन्न स्थानों के ऐसे विद्यार्थी जो यूक्रेन में फंसे हुए थे, वे सुरक्षित अपने परिवारों तक पहुंच रहे हैं। भारत सरकार के प्रयासों और मध्यप्रदेश सरकार के आवश्यक समन्वय से विद्यार्थियों को भारत लाने और गृह नगर तक सुविधाजनक ढंग से पहुंचाने के कार्य को सफलता मिल रही है। मुख्यमंत्री  ने कहा कि मध्यप्रदेश के 9 छात्रों को यूक्रेन से सुरक्षित निकालकर भारत वापस लाया गया है। उन्हें उनके घर पहुंचाया जा रहा है। इनमें भोपाल और ग्वालियर के 2, जबलपुर, इंदौर, छिंदवाड़ा, रतलाम और नर्मदापुरम का एक-एक छात्र शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन से स्वदेश तक और फिर मध्यप्रदेश तक वापसी की प्रक्रिया में विद्यार्थियों को कोई कष्ट नहीं होने देंगे।
विभा या कविता होंगी महिला कांग्रेस अध्यक्ष
मप्र महिला कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष को हटाने के साथ ही कार्यकारिणी भंग होने के बाद से ही अब महिला कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष पर टिकी हैं। मप्र महिला कांग्रेस की बागडोर पाने के दावेदारों में वैसे तो चार नाम चर्चा में है, लेकिन माना जा रहा है कि यह कमान विभा पटेल या फिर कविता पांडे में से किसी एक को मिल सकती है। विभा पटेल पूर्व महापौर हैं। वे पिछड़ा वर्ग से आती है और उन्हें पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का बेहद करीबी माना जाता है। अर्चना जायसवाल भी पिछड़ा वर्ग से ही आती थीं। सामान्य वर्ग से अध्यक्ष बनाया जाता है, तो पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्व. श्रीनिवास तिवारी की भतीजी कविता पांडे का नाम सबसे ऊपर है। महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष कविता पांडे पूर्व में रीवा नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष रह चुकी हैं। उनके अलावा जिन नामों की चर्चा है उनमें उपाध्यक्ष नूरी खान और महिला कांग्रेस भोपाल की निवर्तमान जिलाध्यक्ष संतोष कंसाना शामिल हैं। संतोष कंसाना को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का करीबी माना जाता है।
इमरती ने नाथ को बताया मुंगेरीलाल
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ 2023 में मध्यप्रदेश में सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। उनके इस बयान पर पूर्व मंत्री इमरती देवी ने कहा है कि वह मुंगेरीलाल जैसा सपना देखने वाले नेता हैं। कल हम ही सपना देख लें कि प्रधानमंत्री बन गए हैं, तो क्या बन जाएंगे। कमलनाथ सपना ही देखते रह जाएंगे। इस दौरान उनसे जब जैन मुनि द्वारा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के मुख्यमंत्री बनने की भविष्यवाणी को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने बेहद सधे अंदाज में जवाब देते हुए कहा कि जैन मुनि संत हैं। संत अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं। संत ने महाराज (सिंधिया) को भी आशीर्वाद दिया। अब इससे फर्क क्या पड़ गया। इससे ज्यादा संत के आशीर्वाद पर कुछ नहीं कह सकती।
बजट सत्र में भी कोरोना को रहेगा असर  
कोरोना काल के दौरान लगाई गईं पाबंदियां समाप्त कर दी गई हैं, फिर भी सरकार अलर्ट मोड पर है। इस बार भी विधानसभा सत्र के दौरान मंत्रियों और विधायकों को वैक्सीनेशन के दोनों डोज का प्रमाण दिखाना होगा। मंत्रियों से कहा गया है कि वे निजी स्थापना के केवल एक अधिकारी या कर्मचारी को ही परिसर में ला सकेंगे, लेकिन उन्हें परिसर में यहां- वहां घूमने की आजादी नहीं होगी। पूर्व की सत्र की ही तरह इस सत्र में भी विधानसभा परिसर में आमजन को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। दर्शक दीर्घाएं भी बंद रहेंगी। विधायकों को परिसर और सदन में मास्क अनिवार्य होगा। यदि वे अस्वस्थ महसूस करें या बुखार, खांसी एवं सांस लेने में तकलीफ तो तत्काल डॉक्टर को दिखाना होगा। विधानसभा सदस्यों को बैठक प्रारंभ होने के तीन दिन पहले का कोविड- 19 रैपिड टेस्ट दिखाना होगा। विधायकों के स्टाफ को भी जांच करानी होगी।

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