- रवि खरे
एसबीआई का दावा… 10त्न तक टूट सकता है रुपया, भारत के लिए चुनौतियां और मौके दोनों
डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 8-10 फीसदी तक कमजोर हो सकता है। एसबीआई की जारी शोध रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में कुछ समय के लिए गिरावट आ सकती है। इसके बाद स्थानीय मुद्रा मजबूत होगी। अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप के पहले कार्यकाल में रुपये में 11 फीसदी की गिरावट आई थी। हालांकि, यह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल में आई गिरावट से कम है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप की ऐतिहासिक वापसी ने बाजारों और चुनिंदा परिसंपत्ति वर्गों में जान फूंक दी है। हालांकि, भारत के लिए चुनौतियां और अवसर दोनों हैं। शुल्क में वृद्धि, एच-1बी वीजा प्रतिबंध और मजबूत डॉलर की संभावना से अल्पावधि में अस्थिरता आ सकती है। एसबीआई ने अपनी शोध रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि अगर ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में डॉलर के मुकाबले रुपये में 5 फीसदी की गिरावट आती है, तो इससे भारत में महंगाई 25-30 आधार अंक बढ़ जाएगी।
इजराइली हमले में मारा गया एक करोड़ का इनामी हिजबुल्ला कमांडर सलीम
लेबनान के पूर्व प्रधानमंत्री रफीक हरीरी की हत्या में शामिल हिजबुल्ला कमांडर सलीम जमील अय्याश हालिया इस्राइली हमलों में मारा गया है। टाइम्स ऑफ इस्राइल ने सऊदी मीडिया अल अरबिया के हवाले से सलीम के मारे जाने की रिपोर्ट प्रकाशित की है। अल अरबिया ने सोशल मीडिया पर अपुष्ट सूत्रों के हवाले से चल रही सूचना के आधार पर यह रिपोर्ट दी है। इसमें बताया गया है कि सलीम सीरियाई शहर अल-कुसायर के पास घिरा हुआ था। यह शहर हिजबुल्ला का गढ़ माना जाता है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अनुसार, सलीम पर एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित था। वह हिजबुल्ला के हत्यारे दस्ते यूनिट 151 का वरिष्ठ सदस्य था। वर्ष 2020 में सलीम को संयुक्त राष्ट्र के एक न्यायाधिकरण ने लेबनान के पूर्व प्रधानमंत्री रफीक हरीरी की हत्या के मामले में मौत की सजा सुनाया था। हरीरी की हत्या वर्ष 2005 में आत्मघाती धमाके में हुई थी।
नाबालिग लडक़ी का यौन उत्पीडऩ, मदरसा मैनेजर और मौलवी गिरफ्तार
मेरठ जिले के जानी थाना क्षेत्र स्थित एक मदरसा में 14 वर्षीय छात्रा के साथ यौन शोषण की वारदात सामने आई है। इस मामले में पीड़िता के परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ बीएनएस और पॉक्सो एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक आरोपी मदरसा का मैनेजर, तो दूसरा मौलवी है। जानी थाना प्रभारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान 42 वर्षीय आदिल और 47 वर्षीय मकसूद के रूप में हुई है। दोनों को रविवार शाम जानी काल कट से गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि दोनों ने आठवीं कक्षा की एक नाबालिग लडक़ी का यौन शोषण किया। पीडि़त लडक़ी के पिता ने पुलिस को बताया कि ये घटना 29 अक्टूबर को हुई थी। इस घटना के दौरान जब छात्रा रोने लगी तो आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद छात्रा इतनी डर गई कि उसने मदरसे जाना ही बंद कर दिया। वो बहुत शांत रहने लगी और मदरसे में पढऩे जाने से भी मना करने लगी। शनिवार को परिजनों ने जानी थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद रविवार शाम को दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के पास पहुंच रही अमेरिकी एम4 राइफल
जम्मू-कश्मीर में अमेरिकन एम4 राइफल सुरक्षा बलों के लिए बड़ा खतरा बनती जा रही है। अखनूर आतंकी हमले में मारे गए आतंकियों के पास से एम4 राइफल बरामद की गई है। इस घटना ने सुरक्षाबलों को चिंता में डाल दिया है। सिक्योरिटी फोर्सेस लगातार इस बात को लेकर आंकलन कर रही हैं कि आखिर जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के पास एम4 राइफल कैसे पहुंच रही हैं। सूत्रों का दावा है कि ये वही राइफल्स हैं, जिसे अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना छोडक़र चली गई थी। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से पाकिस्तानी आतंकियों को एम 4 राइफल मिल रही है। और इसे लेकर वह जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ कर रहे हैं। यह राइफल इतनी खतरनाक है कि बुलेट प्रूफ गाडिय़ों पर भी इन राइफल्स के जरिए हमला किया जा सकता है।