- रवि खरे
पीएम मोदी ही रुकवा सकते हैं युद्ध, प्रधानमंत्री की लीडरशिप के मुरीद हुए जेलेंस्की
रूस-यूक्रेन युद्ध के ढाई साल से ज्यादा वक्त हो चुके हैं। इस युद्ध में हजारों लोगों ने जान गंवा दी है। युद्ध थमने के कुछ आसार नहीं दिख रहे। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार दोनों देशों से शांति की अपील कर रहे हैं। इसी बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने एक बार फिर पीएम मोदी की तारीफ की है। वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति का मानना है कि पीएम मोदी, रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त कराने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। जेलेंस्की ने कहा कि इसमे कोई शक नहीं है कि पीएम मोदी युद्ध रुकवा सकते हैं। उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि पीएम मोदी के प्रयास से वास्तव में युद्ध पर लगाम लग सकता है। इस युद्ध को खत्म कराने की कोशिश में पीएम मोदी की बड़ी अहमियत है। बता दें कि प्रधानमंत्री, दुनिया के एकमात्र ऐसे राजनेता हैं, जिन्होंने युद्ध के बीच रूस और यूक्रेन का दौरा किया था। बता दें कि कुछ दिनों में यूक्रेन और रूस में कड़ाके की ठंड पडऩे वाली है। सर्दी में युद्ध लडऩा दोनों देशों के सैनिकों के लिए एक बड़ी चुनौती है। इस बात को लेकर राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह यूक्रेन और यूक्रेनी लोगों के लिए तीसरी कठिन सर्दी है। हम कदम-दर-कदम अपनी ऊर्जा प्रणालियों को मजबूत कर रहे हैं। हम रूस की सेना को मुहतोड़ जवाब देंगे।
पिनाका, ब्रह्मोस, आकाश! दुनिया भारत से मांग रही जंग का साजो-सामान
हथियारों के निर्यात के मामले में भारत बीते दशकों के तमाम रिकॉर्ड ध्वस्त करने की ओर लगातार बढ़ रहा है। इसी साल अप्रैल के महीने में भारत ने फिलीपींस के साथ 375 मिलियन डॉलर की डील के तहत ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की डिलीवरी दी थी। भारत के हथियारों के सबसे बड़े खरीददार के तौर पर आर्मेनिया लिस्ट में टॉप पर है। आर्मेनिया ने भारत को आकाश एयर डिफेंस सिस्टम, पिनाका मल्टी लॉन्च रॉकेट सिस्टम और 155 एमएम की आर्टिलरी गन का बड़ा ऑर्डर दिया है। भारत के हथियारों के खरीददारों की टॉप थ्री लिस्ट में आर्मेनिया के साथ अमेरिका और फ्रांस भी शामिल हैं। अमेरिका, फ्रांस और आर्मेनिया को भारत अपने हथियार निर्यात करने में अव्वल है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत के पास सैन्य हथियारों के निर्यात के लिए 2.6 बिलियन डॉलर यानी करीब 21 हजार करोड़ का ऑर्डर हैं। भारत की सरकारी और निजी सेक्टर की कंपनियां करीब 100 देशों को अलग-अलग तरह के हथियार और उपकरण निर्यात कर रही हैं। ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को भारत का ब्रह्मास्त्र कहा जाता है। फिलीपींस समेत कई देश इस हथियार को पाने की लाइन में लगे हुए हैं।
लैंगिक समानता: यूएन महिला संगठन ने भारत की प्रगति को सराहा
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महिला संगठन के अधिकारियों ने कहा कि भारत ने हाल के वर्षों में लैंगिक समानता की दिशा में अहम प्रगति की है। देश महिला नेतृत्व व सशक्तीकरण के लिए विशेष रूप से स्थानीय स्तर पर, जैसे कि पंचायतों नीतियों व कार्यक्रमों में अधिक निवेश कर रहा है। यूएन महिला संगठन में रणनीतिक साझेदारी के निदेशक डेनियल सेमोर व इसकी भारतीय प्रतिनिधि सूजन जेन फग्र्यूसन ने कहा कि भारत में गहरी जड़ें जमाए सामाजिक मानदंड व सीमित वित्तपोषण महिलाओं की समग्र प्रगति में बाधा डालते हैं। फग्र्यूसन ने कहा, लैंगिक समानता में भारत की प्रगति प्रेरणादायक है। बहुत कुछ पाया जा चुका है, शेष चुनौतियों को दूर करने के लिए समग्र दृष्टिकोण की जरूरत होगी जो सामाजिक मानदंडों, प्रणालीगत और आर्थिक बाधाओं, सार्वजनिक व निजी दोनों क्षेत्रों की सक्रिय भागीदारी पर बात कर सके। भारत के केंद्रीय बजट 2024-25 के जेंडर बजट स्टेटमेंट (जीबीएस) के मुताबिक, देश ने हालिया वर्षों में महिला केंद्रित कार्यक्रमों के लिए अपने बजट में वृद्धि की है, खासकर लिंग-संवेदनशील बजट में।
देश के पांच शहर सबसे प्रदूषित… इनमें से चार एनसीआर में, पहले नंबर पर दिल्ली
राजधानी दिल्ली और एनसीआर के लोग देश में सबसे ज्यादा प्रदूषण झेलने को मजबूर हैं। देश के पांच शहरों की वायु गुणवत्ता रविवार को बेहद खराब श्रेणी में रही और इनमें से चार शहर दिल्ली-एनसीआर में हैं। देश में सबसे खराब हवा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की रही, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 356 दर्ज किया गया। त्योहार से पहले ही वायु प्रदूषण इतना बढऩे के बाद दिवाली तक इसके गंभीर श्रेणी में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है। दिल्ली के बाद दूसरा सबसे प्रदूषित शहर गाजियाबाद रहा, जहां एक्यूआई 324 पहुंच गया। 312 एक्यूआई के साथ ग्रेटर नोएडा देश में तीसरे और 304 के साथ नोएडा पांचवें स्थान पर रहा। एनसीआर के अन्य शहरों में गुरुग्राम में एक्यूआई 239, जबकि फरीदाबाद में 208 रहा। दिल्ली-एनसीआर के अलावा पूरे देश में सिर्फ अमृतसर ही ऐसा शहर रहा, जहां हवा बेहद खराब श्रेणी में रही और एक्यूआई 310 दर्ज किया गया।