बिच्छू राउंडअप/अब आटे की कीमतों में तेज उछाल, महंगाई बढऩे का खतरा!

  • रवि खरे
आटे की कीमतों

अब आटे की कीमतों में तेज उछाल, महंगाई बढऩे का खतरा!
भारत में जहां गेहूं का आटा रोजमर्रा के भोजन का जरुरी हिस्सा है, वहां आटे की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी ने घरों का बजट बिगाड़ दिया है। ये समस्या इसलिए बढ़ गई है, क्योंकि आटे की कीमतें 15 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं।  कान्टार रिपोर्ट के मुताबिक इस बढ़ोतरी के असर से सबसे ज्यादा प्रभावित ग्रामीण इलाके हो रहे हैं। यहां परिवारों के खर्चे बढ़ गए हैं और एफएमसीजी सेक्टर की ग्रोथ भी इससे धीमी पड़ गई है। इसी तरह शहरी क्षेत्रों में भी एफएमसीजी का विकास धीमा होकर 4.5 परसेंट रह गया है। खास बात है कि गेहूं के आटे का दाम इस धीमे विकास की सबसे बड़ी वजह बन गई है। आटे की कीमतें दिसंबर में 40 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं, ये कीमत जनवरी 2009 के बाद सबसे ज्यादा है। आटे की कीमतों में इस बढ़ोतरी के असर से खाद्य महंगाई पर नियंत्रण पाने की सरकार की कोशिशों को तगड़ा झटका लगने की आशंका है।

बाइडेन धड़ाधड़ कर रहे कैदियों के गुनाह माफ, भडक़े ट्रंप ने कहा- छोडूंगा नहीं
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल में अब कुछ ही दिन बचे हैं। लेकिन पद छोडऩे से पहले वह अब तक 37 कैदियों की मौत की सजा माफ कर चुके हैं। लेकिन बाइडेन का यह क्षमादान ट्रंप को रास नहीं आ रहा। ट्रंप ने बाइडेन की ओर से दी जा रही माफी का विरोध करते हुए कहा कि जैसे ही मैं शपथ लूंगा। मैं न्याय विभाग को निर्देश दूंगा कि रेपिस्ट, हत्यारों और हैवानों से अमेरिकी परिवारों की रक्षा के लिए डेथ पेनल्टी को देना जारी रखें। ट्रंप का कहना है कि अमेरिकी लोगों के बेहतर जीवन और अपराध मुक्त माहौल के लिए डेथ पेनाल्टी जारी रखी जानी चाहिए। सजा माफ कर देने का कोई तुक नहीं है। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। दरअसल बाइडेन ने दो हफ्ते पहले 1500 कैदियों की सजा घटाने का ऐलान किया था। ये सभी कैदी कोरोना महामारी के दौरान जेल से रिहा किए गए थे और घर में नजरबंद थे। साथ ही उन्होंने ऐसे 39 अपराधियों की सजा माफ कर दी थी जो हिंसक अपराध में शामिल नहीं थे।

फिर कह रहा हूं, अपने बच्चों को रामायण पढ़ाओ, विवाद के बीच बोले कुमार विश्वास
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अटल गीत गंगा कार्यक्रम हुआ, जिसमें हिंदी कवि कुमार विश्वास भी पहुंचे थे। कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे। लखनऊ में बोलते हुए कुमार विश्वास ने कहा, फिर कह रहा हूं, अपने बच्चों को रामायण पढ़ाओ, महाभारत पढ़ाओ और इसलिए पढ़ाओ की फायदा होगा, मुझे हुआ। मैंने महाभारत पढ़ी थी, तो मुझे पता था कि मित्र अगर दुर्योधन निकल जाए तो उसके रथ से उतर कर भागो, नहीं तो करण की तरह मारे जाओगे। मत पढ़ो उस कारण से, जो मैंने कहा था। इस कारण से पढ़ लो। कुमार विश्वास ने आगे कहा, मैंने अयोध्या जाने के लिए चार्टर कर लिया, उसकी फोटो लग गई। तो कहा जाने लगा कि ये राम पर बोलते हैं और चार्टर पर जा रहे हैं। इस पर मैंने कहा कि ये कहां लिखा गया है कि चार्टर में हराम वाले ही जाएंगे, राम वाले नहीं जाएंगे। कुमार विश्वास ने मेरठ के एक कार्यक्रम में कहा था, अपने बच्चों को सीता जी की बहनों और भगवान राम के भाइयों के नाम याद कराइए। एक संकेत दे रहा हूं, जो समझ जाएं, उनकी तालियां उठें। अपने बच्चों को रामायण पढ़वाएं और गीता सुनवाएं। कुमार विश्वास का बयान सुनकर कहा गया कि उन्होंने शत्रुघ्न सिन्हा और उनकी बेटी सोनाक्षी को निशाने पर लिया है। क्योंकि शत्रुघ्न सिन्हा के घर का नाम रामायण है, उनके बेटों के नाम लव और कुश है।

राज्यों की फ्री योजनाओं से इंफ्रास्ट्रक्चर के डेवलपमेंट पर पड़ सकता है असर: आरबीआई
कई राज्यों के अपने 2024-25 के बजट में घोषित रियायतों के चलते महत्वपूर्ण सामाजिक और आर्थिक इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास प्रभावित हो सकता है। भारतीय रिजर्व बैंक के एक लेख में यह आशंका जताई गई। लेख के मुताबिक, केंद्र और राज्यों, दोनों के मामले में अप्रैल-सितंबर, 2024-25 में बजट अनुमान के प्रतिशत के अनुसार सकल राजकोषीय घाटा कम हुआ है। ऐसा मुख्य रूप से मजबूत प्राप्तियों, राजस्व व्यय वृद्धि के धीमा होने और पूंजीगत व्यय में गिरावट के कारण हुआ। इससे उन्हें 2024-25 के उत्तरार्ध में पूंजीगत व्यय बढ़ाने के लिए राजकोषीय गुंजाइश मिलती है। इससे मध्यम अवधि में वृद्धि संभावनाओं का समर्थन करने में मदद मिलेगी। कई राज्यों ने अपने 2024-25 के बजट में रियायतों की घोषणा की है।

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