- नगीन बारकिया
अब प्राइवेट कंपनी भी बनाएगी सेना के लिए हेलीकॉप्टर, रक्षा मंत्रालय जल्द देगी इजाजत
डिफेंस मिनिस्ट्री ने रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया (डीएपी) के मैनुअल में बदलाव करने का फैसला किया है। इससे प्राइवेट सेक्टर को इंडियन डिफेंस ढरवर से बहुसंख्यक हिस्सेदारी के साथ सहयोग का मौका मिलेगा। साथ ही आवश्यक हथियार प्रणाली का निर्माण करने की भी इजाजत मिलेगी। इससे मिलिट्री हार्डवेयर सेक्टर में ‘आत्मनिर्भर भारत’ को बढ़ावा मिलेगा। साउथ ब्लॉक के अधिकारियों के अनुसार, इस सहयोग का परीक्षण भारतीय मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर (कटफऌ) के विकास और निर्माण में किया जाएगा, जो कि भारतीय सेना में शामिल सभी रूस निर्मित ट्र-17 और ट्र-8 हेलीकॉप्टरों की जगह लेगा। कटफऌ का वजन 13 टन होगा। यह भारतीय सशस्त्र बलों के साथ हवाई हमले, पनडुब्बी रोधी, जहाज-रोधी, सैन्य परिवहन और श्श्कढ की भूमिका में होगा। भारतीय निजी क्षेत्र की कंपनियों ने परियोजना में भाग लेने के लिए पहले ही अपनी उत्सुकता दिखाई है और रक्षा मंत्रालय ने उन्हें अगले सात वर्षों में मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने के लिए कहा है। फ्रांसीसी सफ्रान ने 8 जुलाई, 2022 को ही भारतीय एचएएल के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर दिया, ताकि नौसेना वेरिएंट समेत आईएमआरएच इंजन के विकास, उत्पादन और समर्थन के लिए नई ज्वाइंट वेंचर कंपनी बनाई जा सके।
सोशल मीडिया पर हिंदुओं के खिलाफ उगला जा रहा जहर, रिसर्च में हुआ खुलासा
सोशल मीडिया पर हिंदू विरोधी अभद्र भाषा का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है. यहां तक कि श्वेत वर्चस्ववादी मीम्स और कोडित भाषा का भी इस्तेमाल किया गया है, जिसमें हिंसा के फैलने की संभावना है। अमेरिका के रटगर्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने ये जानकारी दी। इसके लिए यूनिवर्सिटी में नेटवर्क कॉन्टैगियन लैब की टीम ने एक रिसर्च की। इस रिसर्च में सोशल मीडिया को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। यूनिवर्सिटी में नेटवर्क कॉन्टैगियन लैब की टीम ने ‘एंटी-हिंदू डिसइनफॉरमेशन: ए केस स्टडी आॅफ हिंदूफोबिया आॅन सोशल मीडिया’ नाम से रिसर्च तैयार की। इसमें कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हिंदू समुदाय को लेकर एनालिसिस किया गया। इसके लिए टीम ने सोशल मीडिया पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया। रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे श्वेत वर्चस्ववादी हिंदुओं के बारे में मेमों को टेलीग्राम और अन्य जगहों पर चरमपंथी इस्लामी वेब नेटवर्क के भीतर शेयर किया जा रहा है।
कम होने से पहले पीक पर जा सकती है महंगाई
भारतीय रिजर्व बैंक ने जुलाई 2022 के प्रकाशित अपने मासिक बुलेटिन में कहा है कि अस्थिर वैश्विक हालात के बीच व्यापार घाटे और विदेशी निवेशकों की ओर से जारी पूंजी निकासी पर सख्त निगरानी की जरूरत है। बुलेटिन में कई लेखों के जरिए भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर विचार किया गया है। बुलेटिन में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मंदी और संघर्ष की चिंताओं के अलावा महत्वपूर्ण वैश्विक चुनौतियों का सामना मजबूती से कर रही है। आरबीआई के डिप्टी गवर्नर माइकल पात्रा की टीम की ओर से तैयार लेख में कहा गया कि जींस की कीमतों में हालिया नरमी और सप्लाई चेन का दबाव कम होने से देश को महंगाई के जाल से बचने में मदद मिलेगी। लेख में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक अस्थिरता के सामने लचीली बनी हुई है, लेकिन भू-राजनीतिक बिखराव के कारण पुनरुद्धार की गति कम हो रही है। लेख में कहा गया है कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन सकता है। हालांकि, मंदी का डर भी बना हुआ है। लेखकों का मानना है कि हाल में मानसून में हुए सुधार से कृषि गतिविधियों के बेहतर रहने की उम्मीद है, और ग्रामीण मांग जल्द ही तेजी पकड़ सकती है, जिससे पुनरुद्धार को मजबूती मिलेगी।
इंडिगो की शारजाह-हैदराबाद फ्लाइट की कराची में लैंडिंग, तकनीकी खराबी बनी वजह
इंडिगो एयरलाइंस की शारजाह-हैदराबाद फ्लाइट की पाकिस्तान के कराची एयरपोर्ट पर लैंडिंग करानी पड़ी। पायलट ने विमान में किसी तकनीकी खराबी की सूचना दी थी, जिसके बाद फ्लाइट को कराची डाइवर्ट करने का फैसला लिया गया। विमान की कराची हवाई अड्डे पर जांच की जा रही है। इंडिगो एयरलाइंस दूसरा विमान कराची भेजने की योजना बना रही है। दो सप्ताह के अंदर यह दूसरा मौका है, जब किसी भारतीय एयरलाइंस कंपनी के विमान को कराची एयरपोर्ट पर उतारना पड़ा हो। इंडिगो एयरलाइंस ने एक बयान में कहा, शारजाह-हैदराबाद उड़ान के पायलट द्वारा विमान में तकनीकी खराबी देखे जाने के बाद, एहतियात के तौर पर विमान को कराची, पाकिस्तान की ओर मोड़ दिया गया।