आतंकियों के निशाने पर उत्तराखंड के कई रेलवे स्टेशन और धार्मिक स्थल
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के नाम से हरिद्वार रेलवे स्टेशन सहित उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के कई रेलवे स्टेशनों और धार्मिक स्थलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। आतंकी संगठन के एरिया कमांडर के हवाले से हरिद्वार रेलवे स्टेशन अधीक्षक को धमकी भरा पत्र मिला है। पत्र मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैैं। स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अधिकारियों के मुताबिक 10 अक्टूबर को हरिद्वार रेलवे स्टेशन अधीक्षक के नाम से साधारण डाक से कार्यालय में पत्र आया। स्टेशन अधीक्षक ने जब पत्र खोला तो उनके होश उड़ गए। पत्र में हरिद्वार रेलवे स्टेशन के साथ ही देहरादून, लक्सर, रुड़की, काठगोदाम, नजीबाबाद, शाहगंज सहित कई स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी दी है। पत्र भेजने वाले ने खुद को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का एरिया कमांडर बताया है। एक पन्ने के पत्र में दोनों तरफ हिंदी में लिखा है। 25 अक्टूबर को स्टेशनों पर बम विस्फोट करने की धमकी दी गई है। जबकि 27 अक्तूबर को उत्तराखंड के चारधाम के साथ ही अन्य धार्मिक स्थलों पर बम धमाके करने की चेतावनी दी गई है।
कर्नाटक: धर्मांतरण विरोधी कानून में पहली गिरफ्तारी, बदलवाया था लड़की का धर्म
एक लड़की के साथ भागे हुए एक युवक को बेंगलुरु पुलिस ने राज्य के नए धर्मांतरण विरोधी कानून के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया है। राज्य सरकार द्वारा 30 सितंबर को अधिसूचित किए गए कर्नाटक धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार का संरक्षण अधिनियम-2022 के लागू होने के बाद इसके उल्लंघन के मामले में राज्य में ये पहली गिरफ्तारी है। गिरफ्तार युवक पर लड़की का धर्म परिवर्तित कराने का आरोप है। यशवंतपुर पुलिस स्टेशन में ये मामला 8 अक्टूबर को दर्ज किया गया था। इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक उत्तरी बेंगलुरु के 22 वर्षीय सैयद मुहीन के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए। जिनमें से एक संदिग्ध अपहरण का और दूसरा धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत दर्ज किया गया है। मुहीन कथित तौर पर अपनी पड़ोसी 18 वर्षीय खुशबू यादव के साथ भाग गया था और अपनी शादी के लिए उसे इस्लाम धर्म कबूल करवा दिया था। पुलिस ने लड़की की मां की शिकायत के आधार पर मुहीन को गिरफ्तार किया।
किसी के नियंत्रण में काम नहीं करती ईडी अपने फैसले लेने के लिए है स्वतंत्र: निर्मला
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अमेरिका के दौरे पर गई हैं। उन्होंने यहां वाशिंगटन डीसी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपने विरोधियों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों खासकर प्रवर्तन निदेशालय के दुरुपयोग के बारे में पूछे जाने पर कहा, ईडी जो करती है, उसमें वह पूरी तरह से स्वतंत्र है। यह एक ऐसी एजेंसी है, जो विधेय अपराधों का अनुसरण करती है। ऐसे उदाहरण हैं जो इतने संज्ञेय होते हैं और यदि कुछ प्रथम दृष्टया साक्ष्यों के कारण ईडी के अधिकारी वहां जाते हैं, तो यह उनके हाथों में होता है। जी20 और इसकी प्राथमिकताओं के बारे में पूछे जाने पर निर्मला सीतारमण ने कहा, हमने कई जी-20 सदस्यों के साथ द्विपक्षीय चर्चा की है। हम ऐसे समय में इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं जब बहुत सारी चुनौतियां हैं। हमें अन्य सदस्यों के साथ मिलकर काम करना होगा, यह देखने के लिए कि हम सभी चीजों को कैसे सर्वोत्तम तरीके से नेविगेट कर सकते हैं।
एआईएमआईएम नेता के भड़काऊ बयान कहा- हिंदू करते थे मुस्लिमों की जी हुजूरी
एआईएमआईएम प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने संभल में एक कार्यक्रम के दौरान महिलाओं और साधु संतों को लेकर अमर्यादित व भड़काऊ बयान दिया। इस मामले में एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली के साथ ही पार्टी के जिलाध्यक्ष असद अब्दुल्ला और कार्यक्रम आयोजक चौधरी मुशीर खां के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। संभल के चौधरी सराय में चौधरी मुशीर खां के आवास पर आयोजित कार्यक्रम में एआईएमआईएम प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि मुसलमानों ने 832 साल हुक्मरानी की तब हिंदू हमारे सामने हाथ जोड़कर जी हुजूरी करते थे। शौकत अली ने आगे कहा कि मुस्लिम अकबर ने जोधाबाई से शादी कर मलिका ए हिन्दुस्तान बनाया था। साधु-संतों को लेकर भी एआईएमआईएम प्रदेश अध्यक्ष ने अमर्यादित बयान दिया। हिजाब को लेकर शौकत अली ने कहा है कि भाजपा देश को तोड़ रही है। हिंदुत्व से नहीं संविधान से तय होगा कि कौन क्या पहनेगा। बीजेपी जब कमजोर होती हैं तो मुसलमानों के मजहबी मुद्दे ले आती है। शौकत अली ने ज्ञानवापी मामले में कोर्ट के फैसले पर कहा कि कोर्ट ने जो फैसला दिया है उसको सभी को मानना होगा, लेकिन 1991 के वरशिप एक्ट में पहले ही तय हो चुका है कि धार्मिक स्थल पिछली स्थिति में ही रहेंगे।