बिच्छू राउंडअप/रसोई गैस हुई महंगी, घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम 50 रुपये बढ़े

  • नगीन बारकिया
रसोई गैस

रसोई गैस हुई महंगी, घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम 50 रुपये बढ़े
आम जनता पर महंगाई की एक और मार पड़ी है। 14.2 किलो  वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम बढ़ गए हैं। इनकी कीमत में 50 रुपये प्रति सिलेंडर का इजाफा किया गया है। दिल्ली में अब घरेलू एलपीजी सिलेंडर 1053 रुपये में मिलेगा। 14.2 किलो वाले सिलेंडर के साथ-साथ 5 किलो वाले छोटे घरेलू सिलेंडर के दाम भी बढ़ गये हैं. इसके दाम में 18 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की गई है। वहीं भोपाल में घरेलू सिलेंडर के दाम 1059 और इंदौर में 1081 रुपए हो गए हैं।  बता दें कि इससे पहले मई में घरेलू सिलेंडर के दाम 50 रुपये बढ़ाये गए थे। तब प्रति सिलेंडर की कीमत 999 रुपये हो गई थी। दूसरी तरफ 19 किलो वाले कमर्शियल सिलेंडर के दाम घटाये गये हैं। इसकी कीमत में 8.50 रुपये प्रति सिलेंडर कम की गई है। हालांकि, यह राहत बहुत ज्यादा नहीं है।

जल्द ही सस्ता होगा खाने का तेल, सरकार उठाने जा रही है यह बड़ा कदम
सरकार ने खाने वाले तेल की कीमतों  पर काबू पाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। इस सिलसिले में खाद्य मंत्रालय ने बुधवार को खाद्य तेल उद्योग संगठनों और उत्पादकों की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। इसमें खाद्य तेलों की खुदरा कीमतों में कमी लाने पर चर्चा की जाएगी। खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय ने कहा कि हम कंपनियों से वैश्विक बाजार में कीमतों में आई कमी का लाभ ग्राहकों को देने के लिए कहेंगे। माना जा रहा है कि इस बैठक में तेल की कीमतों को काम करने के लिए कोई ठोस निर्णय लिया जा सकता है। सरकार इस बैठक में खाद्य तेल के अधिकतम खुदरा मूल्य में बदलाव करने का आदेश दे सकती है। वैश्विक कीमतों में गिरावट के बीच खाद्य मंत्रालय का यह कदम बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसमें खाद्य तेल की खुदरा कीमतों में कमी लाने पर चर्चा की जाएगी। खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने कहा कि हम तेल कंपनियों से दुनिया भर में तेल की कीमतों में कमी का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए कहेंगे। इस बारे में सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया (एसईए) के कार्यकारी निदेशक बीवी मेहता ने कहा कि पिछले एक महीने में खाद्य तेल की वैश्विक कीमतों में 300-450 अमेरिकी डॉलर प्रति टन की गिरावट आई है, लेकिन खुदरा बाजारों में यह कमी देर से नजर देती आती है।

बुजुर्गों की देखभाल के लिए नई योजना लाएगी सरकार,1 लाख को मिलेगा रोजगार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार समाज के हर तबके को ध्यान में रखकर योजनाएं बना रही है। तमाम योजनाएं लागू हो चुकी हैं और अनगिनत लोग उनका फायदा उठा रहे हैं। इसी क्रम में केंद्र सरकार अब बुजुर्गों की देखभाल के लिए नई योजना शुरू करने वाली है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस योजना का नाम पीएम स्पेशल होगा। इसके तहत बुजुर्गों को घर बैठे मेडिकल केयर की सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इस योजना से वृद्धावस्था में लोगों की देखभाल करने वाले पेशेवरों का व्यवस्थित, विश्वसनीय सिस्टम बनेगा और साथ ही लागत भी कम होगी।  योजना की जानकारी रखने वालों के हवाले से अखबार ने बताया कि केंद्र सरकार इस योजना के तहत अगले तीन साल में लगभग एक लाख लोगों को (जराचिकित्सा) की ट्रेनिंग देगी। सामाजिक न्याय मंत्रालय एक हफ्ते के अंदर ट्रेनिंग कार्यक्रम की शुरुआत कर सकता है। सरकार की तरफ से एक ऑनलाइन पोर्टल बनाया जाएगा, जिस पर सभी रजिस्टर्ड और ट्रेंड जेरिएटिक प्रोफेशनल्स की लिस्ट होगी। यह एक ई-मार्केट प्लेस की तरह होगा।

किसान ने बगीचे में उगाया दुर्लभ आम, 24 घंटे सुरक्षा में तैनात रहते हैं गार्ड्स
मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक किसान अपने बगीचे में दुर्लभ प्रजाति के आम की खेती किया है। आम इतना खास है कि इसकी सुरक्षा के लिए किसान के बगीचे आधा दर्जन गार्ड्स और डॉग तैनात रहते है। आम की कीमत भी लाखों में है। जबलपुर के चरगवां रोड पर जापानी किस्म का यह आम उगाया गया है जिसका नाम टाइयो नो टमैंगो है। आम की खेती करने वाले संकल्प सिंह परिहार का कहना है कि इस आम के किस्म की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2.5 लाख रुपये से ज्यादा है। बता दे कि जबलपुर से करीब 20 किलोमीटर दूर संकल्प सिंह परिहार का आम का बगीचा है। यहां आम के बेहतरीन किस्म जैसे मल्लिका और परी विदेशी वैरायटी के आम की भी खेती करते है। उन्होंने दुर्लभ किस्म के पौधों का अनोखा कलेक्शन तैयार किया है। उनके उगाए किस्म के आम को खरीदने और उनके बगान को देखने कई लोग आते हैं। उनके बगीचे में आम के हजारों पेड़ हैं। किसान संकल्प सिंह परिहार ने बताया कि हमारे बगीचे में करीब 52 किस्म के आम हैं।

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