बिच्छू राउंडअप/सिर्फ खाना और जनसंख्या बढ़ाना, ये काम तो जानवर भी करते हैं: भागवत

  • नगीन बारकिया
मोहन भागवत

सिर्फ खाना और जनसंख्या बढ़ाना, ये काम तो जानवर भी करते हैं: भागवत
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने श्री सत्य साईं यूनिवर्सिटी फॉर ह्यूमन एक्सीलेंस के पहले दीक्षांत समारोह में शिरकत की थी। वहां पर अपने संबोधन में उन्होंने कई मुद्दों पर विस्तार से बात की। धर्म परिवर्तन का भी जिक्र हुआ और जनसंख्या पर भी बड़ा बयान दिया गया। मोहन भागत ने साफ कहा कि सिर्फ जिंदा रहना ही जिंदगी का उदेश्य नहीं होना चाहिए। मनुष्य के कई कर्तव्य होते हैं, जिनका निर्वाहन उन्हें समय-समय पर करते रहना चाहिए। इस बारे में वे कहते हैं कि सिर्फ खाना और आबादी बढ़ाना, ये काम तो जानवर भी कर सकते हैं। शक्तिशाली ही जिंदा रहेगा, ये जंगल का नियम है। वहीं शक्तिशाली जब दूसरों की रक्षा करने लगे, ये मनुष्य की निशानी है। इस समय देश में जनसंख्या को लेकर बहस चल रही है। कुछ दिन पहले ही यूएन रिपोर्ट में कहा गया है कि जल्द ही भारत, चीन को पछाड़ देगा। अब उस बीच मोहन भागवत का ये बयान मायने रखता है। उन्होंने अपने संबोधन में सीधे-सीधे तो बढ़ती जनसंख्या पर कुछ नहीं बोला लेकिन जानवर और इंसान का फर्क बताते हुए बड़ा संदेश दिया।

कुमार विश्वास की सिक्योरिटी बढ़ाई गई, अब मिलेगी  प्लस की सुरक्षा
केंद्र सरकार ने कवि और आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कुमार विश्वास की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है। उनकी सुरक्षा  कैटेगरी को  बढ़ाकर + कर दी गई है। अब पूरे देश में उन्हें + श्रेणी की सुरक्षा मिलेगी। सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय ने इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के आधार पर उनकी सुरक्षा बढ़ाई है। कुमार विश्वास को टऌअ ने अब तक  कैटेगरी की सुरक्षा दे रखी थी। + कैटेगरी की सुरक्षा मिलने के बाद उनके साथ सीआरपीएफ के कमांडो रहेंगे। कुमार विश्वास के साथ आर्म्ड पुलिस के 11 कमांडो तैनात किए जाएंगे। इसमें 5 पुलिस के स्टैटिक जवान सुरक्षा के लिए उनके घर और आसपास रहेंगे। इसके साथ 6 पीएसओ 3 शिफ्ट में उनकी सुरक्षा करेंगे। कुमार विश्वास ने पंजाब चुनाव के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने केजरीवाल पर खालिस्तानियों का समर्थन करने का आरोप लगाया था। कुमार विश्वास ने कहा था कि केजरीवाल के खिलाफ बयान देने के बाद उन्हें धमकियां मिलना शुरू हो गई हैं।

ब्रिटेन का पीएम बनने के और करीब पहुंचे ऋषि सुनक, पहले राउंड में आगे
भारतीय मूल के ब्रिटिश नेता ऋषि सुनक पीएम पद के दावेदार के तौर पर कंजरवेटिव पार्टी में सबसे आगे चल रहे हैं। ब्रिटेन में पीएम पद की रेस में ऋषि सुनक ने शानदार बढ़त बनाई है। लेकिन उनके सामने ब्रिटिश सांसदों का समर्थन जुटाने की चुनौती है। ऋषि सुनक के सामने सबसे बड़ी चुनौती कंजरवेटिव पार्टी में अपना नेतृत्व स्थापित करने की है। उनकी टक्कर एक और भारतीय राजनेता सुएला ब्रेवरमैन से है। कंजरवेटिव पार्टी में नेता चुनने की प्रक्रिया में एक कमेटी शामिल होती है। ये पार्टी के सांसद होते हैं। नेता चुनने के लिए तीन स्तर की प्रक्रिया होती है। इसमें नॉमिनेशन, एलिमिनेशन और फाइनल सेलेक्शन है। नॉमिनेशन हो चुका है अब एलिमिनेशन राउंड चल रहा है। ऋषि सुनक फिलहाल इस रेस में आगे चल रहे हैं।  ब्रिटेन का पीएम बनने की रेस में कुल 8 नाम शामिल थे।

मालदीव से सिंगापुर भागने की फिराक में गोटाबाया राजपक्षे
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के फरार होने के बाद देश में हालात बेकाबू हो गए हैं। श्रीलंका की नाराज जनता बुधवार को सड़कों पर उतर गई और प्रदर्शन किया। स्थिति बिगड़ती देख प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने देश में आपातकाल का एलान किया है। इसके बावजूद लोगों का प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान श्रीलंका की जनता ने पीएम आवास पर भी कब्जा कर लिया है। सुरक्षाबलों ने उन्हें रोकने की कोशिशें भी की। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की और आंसू गैस के गोले छोड़े। प्रदर्शनकारियों ने विक्रमसिंघे के इस्तीफे तक वहां से हटने से मना कर दिया। हालात को काबू में करने के लिए विक्रमसिंघे ने गुरुवार सुबह तक देशभर में कर्फ्यू लगा दिया है। साथ ही स्पीकर से सभी दलों को स्वीकार नेता को प्रधानमंत्री नामित करने को कहा है। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है। श्रीलंका की संसद के अध्यक्ष के कार्यालय से जानकारी दी गई है। बताया गया कि अध्यक्ष को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे से इस्तीफे की चिट्ठी मिलना बाकी है।

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