बिच्छू राउंडअप/चैंपियंस ट्रॉफी खेलने भारतीय किक्रेट टीम नहीं जाएगी पाकिस्तान

चैंपियंस ट्रॉफी
  • रवि खरे

चैंपियंस ट्रॉफी खेलने भारतीय किक्रेट टीम नहीं जाएगी पाकिस्तान
पाकिस्तान में अगले साल होने वाली चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। भारत सरकार ने पाकिस्तान दौरे पर जाने के लिए अब तक अपनी भारतीय टीम को मंजूरी नहीं दी है। इस खबर के बाद से अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल का सिरदर्द बढ़ जाएगा। इन सभी बातों को देखते हुए अब पाकिस्तानी बोर्ड ने हार मान ली है और चैम्पियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल के तहत कराने पर राजी हो गया है। यह खुलासा पीटीआई की रिपोर्ट में हुआ है। जिसमें कहा गया कि भारत अपने सभी मैच  यूएई में खेलेगा। पाकिस्तान दौरे पर सबसे बड़ा सवाल सिक्योरिटी को लेकर है। यही वजह भी है कि भारत सरकार रिस्क नहीं लेना चाहती है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड  सूत्र ने कहा है कि यदि भारत सरकार अपनी टीम को परमिशन नहीं देती है तो वो हाइब्रिड मॉडल के तहत खेलने के लिए तैयार हैं। ऐसे में या तो दुबई या फिर शारजाह में मुकाबले हो सकते हैं। सूत्र ने कहा, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड  चाहता है कि बीसीसीआई लिखित में दे कि उन्हें अपनी टीम पाकिस्तान भेजने के लिए अपनी सरकार से अनुमति मिली है या नहीं।

भारत के सबसे बड़े दानवीर बने शिव नाडार दान किए 2153 करोड़ रुपए
भारत के दानवीरों की नई लिस्ट आई है, जिसमें एक बिजनेसमैन और उनकी फैमिली ने सबसे ज्यादा पैसे दान किए हैं। ये खुलासा हुरुन इंडिया 2024 की लिस्ट में किया गया है। जिसमें भारत के टॉप 10 दानवीरों के नाम दिए गए हैं। इसमें टाटा और अंबानी जैसे दिग्गज भी पीछे हैं। मुकेश अंबानी और उनकी फैमिली दान के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। सूची के मुताबिक, शिव नाडार और परिवार ने पांच साल में तीसरी बार ये मुकाम हासिल किया है और लिस्ट में टॉप पर बने हुए हैं। उन्होंने 2,153 करोड़ रुपए का दान किया है। दूसरे नंबर पर मुकेश अंबानी और फैमिली, बजाज फैमिली, कुमार मंगलम और फैमिली, गौतम अडानी और फैमिली का नाम शामिल है। इन सभी ने मिलकर वित्त वर्ष 2024 में 4,625 करोड़ का दान किया है।

रिपोर्ट में दावा- 2030 तक चार अरब टन कम हो जाएगा कार्बन उत्सर्जन
भारत की मौजूदा जलवायु नीति असर दिखाने लगी है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस नीति के चलते 2020 से 2030 तक भारत चार अरब टन कार्बन का उत्सर्जन कम करेगा। साथ ही कोयला आधारित बिजली उत्पादन 24 फीसदी तक कम हो जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्लासगो में कॉप 26 के दौरान भारत ने यह प्रतिबद्धता जताई थी कि वह 2030 तक एक अरब टन कार्बन उत्सर्जन कम कर देगा।  दिल्ली की एक स्वतंत्र थिंक टैंक ऊर्जा, पर्यावरण और जल काउंसिल (सीईईडब्ल्यू) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत की नीतियों के चलते 2015 से 2020 के बीच ऊर्जा, आवासीय और परिवहन क्षेत्र में 44 करोड़ टन कार्बन उत्सर्जन कम हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अकेले ऊर्जा क्षेत्र में ही नवीकरणीय ऊर्जा नीति को बढ़ावा दिए जाने के चलते कोयला आधारित बिजली उत्पादन में 2030 तक 24 फीसदी गिरावट आएगी। यह 80 गीगावाट के उन कोयला आधारित पावर प्लांट के बराबर है, जो बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने के लिए बनाए जाते हैं। मौजूदा समय में भारत में 71 फीसदी बिजली कोयले से बनती है।

गृहमंत्री शाह ने कहा- आतंकवाद मुक्त भारत के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध
देश की राजधानी नई दिल्ली में आतंकवाद के खिलाफ उपायों को लेकर दो दिवसीय मंथन की शुरुआत हो चुकी है। जी हां, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को ‘आतंकवाद निरोधी सम्मेलन-2024’ का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कई महत्वपूर्ण बातों का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा कि जल्द ही भारत सरकार द्वारा ‘नेशनल काउंटर टेररिज्म पॉलिसी’ लाई जाएगी। इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री ने यह भी कहा कि पिछले 10 साल में आतंकवाद के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल हुई और 2014 के बाद कोई बड़ी आतंकवादी घटना नहीं हुई है।  इसके साथ-साथ उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस तरीके से आतंकवाद मुक्त भारत की बात करते हैं, उसके साथ-साथ ‘जीरो टॉलरेंस पॉलिसी’ के साथ पूरी भारत सरकार इस समय प्रतिबद्ध है। उन्होंने आगे जोड़ते हुए यह भी कहा कि आज पूरी दुनिया ने मोदी जी के आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को स्वीकार किया है।

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