अपने कुकर्मों को छिपाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के मंच का न करें उपयोग पाक: भारत
पाक पीएम शहबाज शरीफ ने बीते दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77 वें सत्र में भारत के खिलाफ एक बार फिर झूठ फैलाने की कोशिश की। शहबाज शरीफ ने भारत में अल्पसंख्यकों और कश्मीर के मुद्दे को उठाया तो भारत ने भी उन्हें करारा जवाब दिया। भारत ने जवाब देने के अधिकार का प्रयोग करते हुए उनके देश में फैले आतंकवाद को याद दिलाया। भारतीय राजनयिक मिजिटो विनिटो ने कहा कि पाकिस्तान एक तरफ आतंक को बढ़ावा देता है और दूसरी तरफ शांति की बात करता है। भारतीय राजनयिक मिजिटो विनिटो ने कहा कि यह खेदजनक है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत के खिलाफ झूठे आरोप लगाने के लिए इस सम्मानित सभा का मंच चुना है। उन्होंने अपने ही देश में कुकर्मों को छिपाने और भारत के खिलाफ कार्रवाई को सही ठहराने के लिए ऐसा किया है जिसे दुनिया कभी स्वीकार नहीं सकती। विनीतो ने आगे कहा एक देश जो अपने पड़ोसियों के साथ शांति चाहने का दावा करता है, वह कभी भी सीमा पार आतंकवाद को प्रायोजित नहीं करेगा। न ही वह भयानक मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के योजनाकारों को आश्रय देगा। पाक पीएम का जवाब देते हुए भारतीय राजनयिक मिजिटो विनिटो ने कहा कि भारत के खिलाफ झूठे आरोप लगाने से पहले पाकिस्तान को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए।
विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार सातवें हफ्ते गिरावट, दो साल के न्यूनतम स्तर पर
देश का विदेशी मुद्रा भंडार गिरकर 550 बिलियन डॉलर के नीचे पहुंच गया है। यह दो सालों में पहली बार जब देश का विदेशी मुद्रा भंडार इस स्तर के नीचे आ गया है। पिछले सात हफ्तों से इसमें लगातार गिरावट का सिलसिला जारी है और यह 30 बिलियन डॉलर तक कम हो गया है। रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया की ओर से जारी डाटा के मुताबिक, 16 सितंबर को समाप्त होने वाले हफ्ते तक देश का विदेशी मुद्रा भंडार 5.21 बिलियन डॉलर कम होकर 545.65 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है। इससे पहले वाले हफ्ते में 550.87 बिलियन डॉलर था। विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ी गिरावट विदेशी मुद्रा अस्तियों में कमी के कारण आई है। एफसीए विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे अहम घटक होता है। आरबीआई की वेबसाइट के अनुसार, एफसीए में कई देशों की मुद्रा को शामिल किया जाता है, जिसमें अमेरिकी डॉलर, यूरो, पौंड स्टर्लिंग, जापानी येन आदि सहित अन्य प्रमुख मुद्राएं होती हैं। खास बात यह है कि इन सभी का मूल्य अमेरिकी डॉलर में निर्धारित किया जाता है।
पंजाब में राज्यपाल व आप सरकार का टकराव बढ़ा, पुरोहित ने मांगा सत्र का एजेंडा
पंजाब में आम आदमी पार्टी की भगवंत मान सरकार और राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित के बीच टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है। राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित द्वारा 22 सितंबर को प्रस्तावित विधानसभा का विशेष सत्र की मंजूरी वापस लेने के बाद सरकार ने इसके लिए नई तिथि प्रस्तावित की। अब राज्यपाल ने 27 सितंबर को प्रस्तावित तिथि पर भी सवाल उठा दिया है और इसका एजेंडा मांगा है। पंजाब विधानसभा के सचिव की ओर से भेजे गए पत्र पर राज्यपाल ने पूछा है कि इस सत्र में कौन सा विधायी कामकाज किया जाना है। इसके बाद सीएम भगवंत मान ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्वीट कर कहा है, ‘विधानमंडल के किसी भी सत्र से पहले राज्यपाल या राष्ट्रपति की सहमति एक औपचारिकता है। 75 वर्षों में किसी भी राष्ट्रपति या राज्यपाल ने सत्र बुलाने से पहले कभी विधायी कार्यों की सूची नहीं मांगी। विधायी कार्य बिजनेस एडवाइजरी कमेटी व स्पीकर द्वारा तय किया जाता है। अब बहुत हो गया।’
ईडी का दावा- पीएफआई ने रची थी पीएम मोदी पर हमले की साजिश
प्रवर्तन निदेशालय ने दावा किया है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने पटना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को टारगेट करने की योजना बनाई थी और यूपी में संवेदनशील स्थानों व व्यक्तियों पर हमले शुरू करने के लिए आतंकवादी मॉड्यूल, घातक हथियारों और विस्फोटकों के संग्रह में यह विवादित संगठन शामिल था। एक रिपोर्ट के मुताबिक ईडी ने गुरुवार को केरल से गिरफ्तार पीएफआई सदस्य शफीक पायेथ के खिलाफ अपने रिमांड नोट में सनसनीखेज दावा करते हुए कहा है कि इस साल 12 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पटना यात्रा के दौरान, संगठन ने उन पर हमला करने के लिए एक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया था। गौरतलब है कि अक्टूबर 2013 में पटना के गांधी मैदान में पीएम मोदी की रैली (तब वह 2014 लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा प्रचार समिति के अध्यक्ष नामित हुए थे) में सिलसिलेवार बम विस्फोट हुए थे। इंडियन मुजाहिदीन से संबंधित आतंकवादियों ने इस बमबारी को अंजाम दिया था, जो भारत में प्रतिबंधित स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट के सदस्य रह चुके थे।