
ई-रुपये को अभी कैश में नहीं बदल पाएंगे ग्राहक, आरबीआई ने जारी किया नया नियम
केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी या ई-रुपये को फिलहाल नकद कैश में तब्दील नहीं किया जा सकेगा। ई-रुपये केवल भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बैंकों का डिपॉजिट पर ही जारी किया जाएगा, यानी आरबीआई केवल बैंक जमा के खिलाफ ई-रुपया जारी करेगा और डिजिटल मुद्रा को नकद में बदलने की अनुमति देगा। इंडियन मर्चेंट्स चैंबर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरबीआई के फिनटेक विभाग के चीफ जनरल मैनेजर अनुज रंजन ने कहा कि पायलट परियोजना ने एक क्लोज कंज्यूमर ग्रुप में संतोषजनक प्रगति की है। रिपोर्ट के मुताबिक उपयोगकर्ताओं की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। अनुज रंजन ने कहा कि शीर्ष बैंक ई-रुपये से संबंधित लागत वहन करेगा, क्योंकि यह आरबीआई की देनदारियों का हिस्सा है।
कश्मीर मुद्दे पर अब फारूक अब्दुल्ला ने खून से खत लिखने की कही बात
नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने एक बार फिर घाटी में आतंकवाद को खत्म करने के लिए पाकिस्तान से बातचीत करने पर जोर दिया। मीडिया से उनसे पूछा कि क्या पाकिस्तान से बात करने से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद खत्म हो जाएगा? इस पर उन्होंने कहा- मैं आपको अपने खून से लिखकर देने जा रहा हूं कि आतंकवाद अभी जिंदा है। यह तब तक खत्म नहीं होगा, जब तक आप (केंद्र सरकार) पाकिस्तान से बात नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, हमें एक कोशिश करनी होगी लेकिन वे (बीजेपी सरकार) अनिच्छुक है क्योंकि उन्हें अपने वोट बैंक के लिए मुसलमानों और हिंदुओं को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करने के लिए नफरत फैलानी है।
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री का बड़ा दावा बताया- क्यों लग रहे हैं इतने आरोप?
बागेश्वर धाम के पुजारी पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने वीडियो जारी कर कहा है कि जबसे उन्होंने घर वापसी का मुद्दा उठाया तब से षडयंत्र जारी है। आप लोगों से प्रार्थना है कि आपको सक्रिय होना है। नागपुर वाले विषय पर उनका कहना है कि उन्होंने कोई लीगली चुनौती नहीं दी, हमने उनका रायपुर में आह्वान किया। दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। नागपुर वाले विषय पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि कभी पादरी पर उंगली क्यों नहीं उठाई गई? धर्मांतरण के ऊपर उंगली क्यों नहीं उठाई गई? हम कभी भी अंधविश्वास नहीं फैलाते। हनुमान जी के नाम से पूजा करते हैं। उनकी प्रार्थना करते हैं। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने इस वीडियो को अंतिम वीडियो बताते हुए कहा कि ज्यादा हमें सफाई नहीं देनी, ये हमारा अंतिम वीडियो है।
टीएमसी ने कमाई के मामले में कांग्रेस को पीछे छोड़ा, भाजपा के बाद दूसरे नंबर पर पहुंची
ऐसे समय में जब कई पार्टियां कांग्रेस के बगैर 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन बनाने के रास्ते तलाश रही हैं और अपना असर फैलाने की कोशिश कर रही हैं, अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस ने 2021-22 के दौरान सालाना कमाई के मामले में सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को पीछे छोड़ दिया है। चुनाव आयोग के आंकड़ों से पता चलता है कि आमदनी के मामले में भाजपा के बाद अब टीएमसी दूसरे स्थान पर हैं। 2021-22 के दौरान ममता बनर्जी की पार्टी की सालाना आय 545.74 करोड़ रुपये थी, जो कांग्रेस की 541.27 करोड़ रुपये से थोड़ी ज्यादा थी। भारतीय चुनाव आयोग ने इस हफ्ते सभी राजनीतिक दलों की वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट सार्वजनिक की।