बिच्छू राउंडअप/बड़ी राहत: आज से 115 रुपये सस्ता हो गया एलपीजी का सिलेंडर

एलपीजी सिलेंडर

बड़ी राहत: आज से 115 रुपये सस्ता हो गया एलपीजी का सिलेंडर
सरकारी तेल कंपनियों ने मंगलवार सुबह एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बड़ी कटौती की है। तेल कंपनियों ने 1 नवंबर, 2022 को जारी कॉमर्शियल गैस सिलेंडर के भाव में 115 रुपये की कटौती की है। इसके बाद दिल्ली, मुंबई सहित देश के सभी प्रमुख शहरों में कॉमर्शियल गैस सिलेंडर के भाव नीचे आ गए हैं। हालांकि, घरेलू गैस सिलेंडर के भाव में 6 जुलाई, 2022 के बाद से कोई बदलाव नहीं हुआ है। जैसा कि आपको पता है कि तेल कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर की कीमतों की समीक्षा करती हैं और आज भी इस समीक्षा के बाद कॉमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम घटाने का फैसला किया गया। 1 नवंबर से कॉमर्शियल गैस सिलेंडर 115.50 रुपये और सस्ता हो गया है। नई कीमत 19 किलोग्राम वजन वाले सिलेंडर पर लागू होगी, जबकि 14।2 किलोग्राम वाला घरेलू गैंस सिलेंडर का दाम स्थिर है। सरकारी तेल कंपनियां जुलाई से ही कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में लगातार कटौती कर रही हैं और यह लगातार पांचवां महीना है जब इसके रेट नीचे आए हैं। ताजा कटौती के बाद राजधानी दिल्ली में 19 किलोग्राम वाले कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत घटकर 1,744 रुपये हो गई है। इसके अलावा मुंबई में कॉमर्शियल गैस सिलेंडर 1,696 रुपये, कोलकाता में 1,846 रुपये और चेन्नई में 1,893 रुपये पहुंच गया है।

पड़ोसी मुल्कों से आए अल्पसंख्यकों को 1955 में बने कानून से दी जाएगी नागरिकता
भारत में पड़ोसी देशों से आए अल्पसंख्यकों के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र ने सोमवार को पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैनियों, पारसियों और ईसाइयों को 1955 के नागरिकता अधिनियम के तहत भारतीय नागरिकता देने का फैसला किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस बाबत सोमवार को एक अधिसूचना जारी की, जिसमें गुजरात में मेहसाणा और आणंद जिलों के कलेक्टरों को पड़ोसी मुल्कों से आए इन अल्पसंख्यकों को 1955 के कानून के तहत ही नागरिकता प्रमाण पत्र देने की अनुमति दी गई। दरअसल, पड़ोसी मुल्कों से आए अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता देने का यह फैसला इसलिए भी काफी अहम है, क्योंकि सरकार ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) 2019 के बजाय इन्हें 1955 के नागरिकता अधिनियम के तहत नागरिकता देने का फैसला किया है। सीएए यानी नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के तहत अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आने वाले हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैनियों, पारसियों और ईसाइयों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है।

पुलवामा हमले का स्टूडेंट ने मनाया था जश्न विशेष अदालत ने सुनाई 5 साल की सजा
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करने वाले आतंकवादी की कथित तौर पर तारीफ करने और शहीदों की शहादत पर खुशी व्यक्त करने वाले स्टूटेंड को कोर्ट ने बड़ी सजा सुनाई है। बेंगलुरु की एक विशेष अदालत ने सोमवार को 23 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र को फेसबुक पर 2019 के पुलवामा हमले का जश्न मनाने का दोषी ठहराया और उसे 25,000 रुपये के जुमार्ने के अलावा पांच साल की साधारण कैद की सजा सुनाई। एनआईए यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी और यूएपीए यानी गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के लिए विशेष अदालत के न्यायाधीश गंगाधर ने कहा कि अगर पुलवामा अटैक का जश्न मनाने का दोषी जुमार्ना भरने में विफल रहता है तो बेंगलुरु के कचरकनहल्ली के निवासी फैज रशीद को छह महीने की और कैद होगी।

बीजेपी का प्रचार लेकिन एनडीए में नहीं, चिराग बोले- पीएम से मिलकर फैसला लूंगा
बिहार की दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के मुखिया चिराग पासवान बीजेपी के लिए प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने मोकामा में बीजेपी प्रत्याशी सोनम देवी के पक्ष में रोड शो किया। हालांकि, चिराग पासवान ने साफ किया कि वे अभी एनडीए में नहीं है। इस महीने बीजेपी के शीर्ष नेताओं के साथ बात होगी। पीएम नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात करने के बाद ही एनडीए और सरकार में शामिल होने पर फैसला होगा। इससे पहले लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत बीजेपी के अन्य नेताओं से मुलाकात की। शाह से मिलने के बाद उन्होंने मोकामा और गोपालगंज में बीजेपी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने का फैसला लिया। चिराग रविवार को दिल्ली से पटना पहुंचे, इसके बाद सोमवार को मोकामा में रोड शो किया। मंगलवार को वे गोपालगंज जा सकते हैं। चिराग पासवान एनडीए में नहीं हैं, मगर खुलेआम बीजेपी का प्रचार कर रहे हैं। हालांकि इस बात की पूरी संभावनाएं हैं कि वे लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए में आ जाएंगे।

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