नई मुश्किल में अशोक गहलोत, ओबीसी आरक्षण पर कांग्रेस नेताओं ने ही खोला मोर्चा
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नई मुश्किल में घिरते नजर आ रहे हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री और पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी ने मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए तत्काल ओबीसी और पूर्व सैनिकों के आरक्षण की विसंगतियों को ठीक करने का मुद्दा उठाया है। अशोक गहलोत के वफादार रहे हरीश चौधरी ने कहा है कि पूर्व सैनिकों को मिल रहा आरक्षण ओबीसी आरक्षण को कमजोर कर रहा है। इसलिए इसे तत्काल ओबीसी कोटे से अलग किया जाना चाहिए। हरीश चौधरी ने कहा कि वह इस बात से स्तब्ध हैं कि राज्य मंत्रिमंडल की हालिया बैठक में इस मामले पर “उचित निर्णय” नहीं लिया गया और चर्चा को टाल दिया गया। ओबीसी समुदायों के कई सदस्यों ने अशोक गहलोत सरकार से पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान 2018 में जारी राज्य के कार्मिक विभाग की अधिसूचना को वापस लेने के लिए कहा है। अधिसूचना में निर्देश दिया गया है कि मंत्रालयों और अधीनस्थ सेवाओं में 12.5 प्रतिशत पद भूतपूर्व सैनिकों के लिए आरक्षित किए जाएं।
ममता बनर्जी के मंत्री ने लांघी ‘मर्यादा’, महामहिम द्रौपदी मुर्मू के लुक पर किया कमेंट
पश्चिम बंगाल में ममता सरकार के मंत्री अखिल गिरी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लुक पर टिप्पणी करते हुए कैमरे में कैद हुए हैं। अब घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो पर भाजपा ने कड़ी निंदा की है। उधर, टीएमसी का दावा है कि वास्तव में मंत्री जी कह रहे थे कि टीएमसी लोगों को उनके लुक के लिए नहीं आंकती। हालांकि इस पर मंत्री जी ने राष्ट्रपति का उदाहरण दिया। वहीं, भाजपा ने दावा किया है कि जब उन्होंने यह टिप्पणी की तो ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल की महिला कल्याण विभाग की मंत्री शशि पंका भी वहां उपस्थित थीं। शहीद दिवस समारोह के मौके पर नंदीग्राम निर्वाचन क्षेत्र में अखिल गिरि विपक्षी नेता सुवेंदु अधिकारी से भिड़ रहे थे। अधिकारी को चुनौती देते हुए, अखिल गिरि ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का नाम लिए बिना उन्हें घसीटा। उन्होंने कहा कि तृणमूल लोगों को उनके लुक से नहीं आंकती है। “वह (सुवेंदु अधिकारी) कहते हैं कि मैं (अखिल गिरि) सुंदर नहीं हूं। वह कितने सुंदर हैं! हम लोगों को उनके रूप से नहीं आंकते। हम आपके राष्ट्रपति की कुर्सी का सम्मान करते हैं। आपके राष्ट्रपति कैसे दिखते हैं?” अब इस वीडियो पर पश्चिम बंगाल में नया बवाल शुरू हो गया है।
‘आईपीएल खेलते हैं, तब वर्कलोड मैनेजमेंट कहां जाता है आपका?’
आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2022 के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 10 विकेट से हार के बाद से टीम इंडिया की जमकर आलोचना हो रही है। पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर रोहित शर्मा एंड कंपनी की जमकर फटकार लगाई है और सवाल उठाया कि यह वर्कलोड मैनेजमेंट आईपीएल खेलते हुए कहां जाता है। गावस्कर ने आजतक पर कहा, ‘बदलाव होंगे, जब आप वर्ल्ड कप नहीं जीत सकते, तो बदलाव तो होंगे ही। हमने वह देखा है कि जो न्यूजीलैंड के लिए टीम जा रही है, उसमें बदलाव हुए हैं। ये जो वर्कलोड-वर्कलोड मैनेजमेंट की बातें चलती हैं, कीर्ति और मदन ने सही कहा कि वह सिर्फ भारत के लिए खेलने के नाम पर होता है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘आप आईपीएल खेलते हैं, पूरी सीजन खेलते हैं, वहां आप ट्रैवलिंग करते हैं, सिर्फ पिछला आईपीएल चार मैदानों पर हुआ, बाकी में तो आपको यहां से वहां जाना होता है।
गाजियाबाद में स्कूल का मैनेजर करता था 6 क्लास की छात्रा से दुष्कर्म
गाजियाबाद के मसूरी थानाक्षेत्र में स्कूल मैनेजर द्वारा कक्षा छह की छात्रा से दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। स्कूल की छुट्टी के बाद आरोपी मैनेजर छात्रा को किसी न किसी बहाने से रोक लेता था और उसके साथ दुष्कर्म करता था। आरोपी की धमकी के चलते छात्रा चुप रही, लेकिन मैनेजर की हरकतों से तंग आकर परिजनों को आपबीती बता दी। घटना के संबंध में छात्रा की मां ने शिकायत दी है। पुलिस का कहना है कि स्कूल मैनेजर के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कर लिया गया। आरोपी फरार है, उसकी तलाश की जा रही है। मसूरी थाना क्षेत्र में रहने वाली महिला का कहना है कि उनकी 13 वर्षीय बेटी गांव नाहल स्थित एक स्कूल में कक्षा छह की छात्रा है। स्कूल मैनेजर उनकी बेटी के साथ काफी समय से दुष्कर्म करता आ रहा है। छुट्टी के बाद वह किसी न किसी बहाने से उनकी बेटी को स्कूल में रोक लेता था और फिर उसके साथ दुष्कर्म करता था। महिला का आरोप है कि स्कूल मैनेजर ने उनकी बेटी को धमकी दे रखी थी कि किसी को भी बताने पर उसे बुरा अंजाम भुगतना होगा।