आप को मिलेगा राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा, दिल्ली में ऑफिस के लिए जगह पाने की होगी हकदार
आप को निर्वाचन आयोग से आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय पार्टी के रूप में मान्यता मिलने के बाद अब पार्टी राष्ट्रीय राजधानी में केंद्र सरकार से कार्यालय के लिए स्थान पाने की हकदार होगी। पार्टी का दीन दयाल उपाध्याय मार्ग में पहले से एक कार्यालय मौजूद है, यह स्थान दिल्ली सरकार द्वारा आवंटित किया गया है। राष्ट्रीय दल का अध्यक्ष भी सरकारी आवास पाने का पात्र होता है। तत्कालीन केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय द्वारा 31 जुलाई, 2014 को एक कार्यालय ज्ञापन में कहा गया है, राष्ट्रीय राजनीतिक दलों, जिन्हें भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा इस रूप में मान्यता दी गई है, को एफआर 45ए के तहत लाइसेंस शुल्क के भुगतान अर्थात सामान्य लाइसेंस शुल्क के भुगतान पर अपने कार्यालय उपयोग के लिए दिल्ली में सामान्य पूल से एक आवासीय इकाई के आवंटन को बरकरार रखने/उपलब्ध करने की अनुमति दी जाएगी। नियमों के अनुसार, यदि किसी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष के पास पहले से ही सरकारी आवास है, तो उसे अन्य आवास आवंटित नहीं किया जाएगा। आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में पॉश सिविल लाइंस इलाके में 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित एक आधिकारिक बंगले में रहते हैं।
एक्शन में कांग्रेस प्रभारी, बोले- कांग्रेस में अब नहीं बर्दाश्त होगी अनुशासनहीनता
नव नियुक्त प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने राजस्थान कांग्रेस का प्रभार संभालने के बाद मिशन 2023 की तैयारी शुरू कर दी है। सुखजिंदर रंधावा ने कहा है कि मिशन 2023 की सफलता के लिए सबसे पहले संगठन को मजबूती से खड़ा किया जाएगा। रंधावा ने संगठन में रिक्त पड़े पदों को भरने के साथ-साथ नए सिरे से नई विचारधारा के साथ ब्लॉक, जिला संगठन एवं राज्य स्तरीय संगठन को खड़ा करने को पहली प्राथमिकता बताया है। उन्होंने कहा है कि जल्द ही राजस्थान में संगठन से जुड़े सभी पदों को भरा जाएगा। वहीं मिशन 2023 की सफलता के लिए राज्य सरकार द्वारा जनहित में किए गए कार्यों को जन-जन तक पहुंचाना पार्टी की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होगी। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने गहलोत सरकार के कामकाज की तारीफ करते हुए कहा है कि राजस्थान में राज्य सरकार ने जनता के कल्याण के लिए बेहतरीन योजनाओं को अमली जामा पहनाया गया है। पंजाब चुनावों में कांग्रेस पार्टी वहां की सरकार के कामकाज को सही तरीके से जनता के सामने रखने में सफल नहीं हो सकी, सरकार के कामकाज को जन-जन तक पहुंचाने की हरसंभव कोशिश की जाएगी।
गुजरात में एआईएमआईएम ने भी भरा था दम, नतीजों के बाद ओवैसी अपनी पार्टी से निराश
गुजरात विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन की करारी हार हुई है। एआईएमआईएम ने चुनावी मैदान में 13 उम्मीदवार उतारे थे और वे सभी हार गए। नतीजे आने के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में अपनी पार्टी एआईएमआईएम के खराब प्रदर्शन से वो निराश नहीं है। उन्होंने भारत के पश्चिमी राज्य गुजरात में अपने संगठन को मजबूत करने के लिए और काम करने का संकल्प लिया। बता दें कि ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने गुजरात में पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ा, लेकिन एआईएमआईएम के खाते में एक भी सीट नहीं आई। गुजरात विधानसभा का रिजल्ट जारी होने के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने आॅफिशियल ट्विटर अकाउंट पर पार्टी की तरफ से पोस्ट हुए एक वीडियो में कहा कि गुजरात के विधानसभा चुनाव में पहली बार एआईएमआईएम ने हिस्सा लिया। 13 विधानसभा सीटों पर हमारे उम्मीदवार थे। नतीजों में हमको कामयाबी नहीं मिली। मगर इसके बावजूद हमारे हौसले पस्त नहीं हैं और ना ही हमारे हौसलों को पस्त होने की जरूरत है। ओवैसी ने आगे कहा कि सबने मिलकर मेहनत की।
एलन मस्क फिर देंगे झटका, ब्लू टिक के लिए हर महीने देना होगा 11 डॉलर
ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क ने इस कंपनी को खरीदने के बाद से ही इससे कमाई करने का पूरा प्लान बना लिया है। एलन मस्क ने ट्विटर पर ब्लू टिक को लेकर एक बार फिर से सस्पेंस बढ़ा दिया है। कुछ दिन पहले खबर आई कि ट्विटर ब्लू टिक के लिए 8 डॉलर की फीस वसूल सकता है, विरोध के बाद उसे फिलहाल कुछ दिनों के लिए टाल दिया गया। अब फिर से खबर आ रही है कि ट्विटर आईफोन यूजर्स से ब्लू टिक वेरिफिकेशन के लिए 8 नहीं बल्कि 11 डॉलर की फीस वसूलेगा। ट्विटर आईफोन यूजर्स से ब्लू टिक वैरिफिकेशन के लिए 11 डॉलर की फीस लेने की तैयारी कर रहा है। जो यूजर ब्लू सब्सक्रिप्शन के लिए आईफोन ऐप से पेमेंट करेंगे, उनसे 11 डॉलर की फीस ली जाएगी। अगर वहीं यूजर वेबसाइट से इसका पेमेंट करते हैं तो उनके लिए ब्लू सब्सक्रिप्शन का चार्ज 7.99 डॉलर ही होगा। माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने इससे पहले भी ब्लू टिक के लिए 8 डॉलर चार्ज लेने की बात कही थी, लेकिन भारी विरोध के बाद उसे डाल दिया गया।