बच्चों की कोरोना वैक्सीन (कोवैक्स) के फेज 2 और 3 का होगा ट्रायल
बच्चों की कोरोना वैक्सीन का इंतजार अब बहुत जल्द खत्म होने वाला है। खबर है कि केंद्रीय औषधि प्राधिकरण की विशेषज्ञ समिति ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) को बच्चों के लिए तैयार की जा रही (कोवैक्स) कोरोना वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल की कुछ शर्तों के साथ अनुमति देने की सिफारिश की है। अभी तक की जानकारी के मुताबिक इस परीक्षण में 2 से 17 साल के बच्चों को शामिल किया जाएगा। ट्रायल में 920 बच्चे शामिल होंगे, जिनमें 12-17 और 2-11 आयु वर्ग के प्रत्येक वर्ग में 460 बच्चे होंगे। जानकारी के मुताबिक केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन के विशेषज्ञ समिति ने मंगलवार को सीरम इंस्टीट्यूट आॅफ इंडिया द्वारा दिए गए संशोधित अध्ययन प्रोटोकॉल आवेदन पर विचार किया। इसके बाद सीडीएससीओ की ओर से (कोवैक्स) कोरोना वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के परीक्षण के लिए फर्म को अनुमति देने की सिफारिश की गई। बता दें एसआईआई 2 से 17 साल के बच्चों के बीच (कोवैक्स) कोरोना वैक्सीन का परीक्षण कर रही है।
हड़प्पा काल के शहर धोलावीरा को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में किया गया शामिल
गुजरात में हड़प्पा काल के शहर धोलावीरा को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया है। यह दूसरा ऐसा स्थल है, जिसे इस महीने विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। इससे पहले तेलंगाना के वारंगल में पालमपेट स्थित रामप्पा मंदिर को भी इस लिस्ट में शामिल किया गया था। धोलावीरा गुजरात में कच्छ प्रदेश के खडीर में स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है, जो लगभग पांच हजार साल पहले विश्व का प्राचीन महानगर था। हड़प्पा सभ्यता के पुरास्थलों में से एक धौलावीरा ‘कच्छ के रण’ के मध्य स्थित द्वीप ‘खडीर’ में स्थित है। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, मुझे इस खबर को सुनकर बहुत खुशी हुई। धोलावीरा एक महत्वपूर्ण शहरी केंद्र था और हमारे अतीत के संबंधों को जोड़ने की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी भी। उन्होंने कहा कि अगर आप इतिहास या पुरातत्व संस्कृति में भरोसा रखते हैं तो एक बार धोलावीरा की यात्रा जरूर करें। पीएम ने आगे कहा, “अपने छात्र जीवन के दौरान मैं पहली बार धोलावीरा गया था। उसके बाद गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मुझे धोलावीरा में विरासत संरक्षण और रेनोवेशन से संबंधित पहलुओं पर काम करने का अवसर मिला। हमारी टीम ने वहां टूरिज्म फ्रेंडली इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने का भी काम किया है।”
कैबिनेट विस्तार से पहले गहलोत का मास्टरस्ट्रोक
राजस्थान की कैबिनेट में फेरबदल की चर्चा के बीच प्रशासनिक लेवल पर बड़ा बदलाव हुआ है। राज्य में राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) में कुल 283 अधिकारियों का ट्रांसफर, पोस्टिंग किया गया है। प्रदेश सरकार के कार्मिक विभाग द्वारा मंगलवार देर रात को इसकी पूरी लिस्ट जारी कर दी गई है, जिसमें सभी अधिकारियों के ट्रांसफर के बारे में जानकारी दी गई है। बता दें कि ये तबादले तब हुए हैं जब प्रदेश में कैबिनेट में फेरबदल की चर्चा है, साथ ही जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्य के चुनाव होने वाले हैं। इस लिस्ट में तहसीलदारों को बदला गया है, साथ ही एसडीएम का भी तबादला हुआ है और कई लोगों का प्रमोशन किया गया है। माना जा रहा है कि ये तबादले विधायकों की मांग पर किए गए हैं। तबादला सूची में ऐसे अधिकारियों के नाम भी हैं जो पिछले दिनों विधायकों से भिड़े थे। लंबे समय से विधायक ने तबादलों के लिए मुख्यमंत्री के पास आवेदन दे रखे थे, मगर अचानक रायशुमारी से दस घंटे पहले तबादला सूची जारी होने पर इसे सियासी तबादला सूची माना जा रहा है।
15 अगस्त को सीएम बनकर तेजस्वी फहराएंगे झंडा
एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। विपक्ष तो इसका दावा करता ही था कई बार एनडीए से जुड़े लोगों ने भी यह कह दिया है कि एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं है। कुछ दिनों पहले ही वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पशुपालन एवं मत्स्य मंत्री मुकेश सहनी ने यहां तक कहा दिया था कि एनडीए में मंत्री और विधायकों की नहीं सुनी जाती है। अब आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र ने एक बड़ा बयान दे दिया है कि 15 अगस्त को तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री बनकर पटना के गांधी मैदान में झंडा फहराएंगे। भाई वीरेंद्र के इस बयान के बाद बिहार की सियासी गलियारे खलबली मच गई है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) विधायक भाई वीरेंद्र ने एनडीए में हो रहे घटनाक्रम को ‘खेला’ बताया है। कहा है कि इस ‘खेले’ से बिहार की सियासत में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। नीतीश कुमार की सरकार गिरने वाली है। स्वतंत्रता दिवस के दिन 15 अगस्त को तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बन गांधी मैदान में तिरंगा फहराएंगे। विधायक भाई वीरेंद्र के दावे से बिहार की सियासत में नई चर्चा शुरू हो गई है। दरअसल, हाल ही में जातीय जनगणना के मुद्दे पर जेडीयू और बीजेपी में आमने सामने जैसी स्थिति हो गई थी।