- रवि खरे

शेयर बाजार भारी गिरावट, सेंसेक्स 430 अंक फिसलकर 74,000 से नीचे आया
घरेलू शेयर बाजार मंगलवार को बड़ी गिरावट के साथ खुला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स बाजार खुलते ही सुबह 9 बजकर 16 मिनट पर 437.87 अंकों की भारी गिरावट के साथ 73,677.30 के लेवल पर कारोबार कर रहा था। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 142.20 अंक टूटकर 22,318.10 के लेवल पर ट्रेड कर रहा था। कारोबार की शुरुआत में निफ्टी पर इंडसइंड बैंक, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, टीसीएस, टाटा मोटर्स प्रमुख रूप से नुकसान में देखे गए, जबकि आईसीआईसीआई बैंक, मारुति सुजुकी, एनसीसी लाभ में हैं। आज बाजार खुलने पर सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। इंडसइंड बैंक को आज भारी नुकसान हुआ, 15 प्रतिशत की गिरावट के साथ यह सत्र का सबसे बड़ा लूजर बन गया।
पाकिस्तान की फिर हुई फजीहत, पाक राजदूत को अमेरिका में नहीं मिली एंट्री
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इमिग्रेशन को लेकर काफी सख्त रुख अपनाए हुए हैं। हाल ही में खबर सामने आई थी कि अमेरिका में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के लोगों की एंट्री पर ट्रंप प्रशासन नकेल कसने वाला है। इसी बीच तुर्कमेनिस्तान में पाकिस्तान के राजदूत को अमेरिका में दाखिल होने नहीं दिया गया और उन्हें वापस भेज दिया गया। पाकिस्तानी न्यूज़ चैनल समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की है कि तुर्कमेनिस्तान में पाकिस्तान के राजदूत के.के अहसान वगान को अमेरिका से डिपोर्ट किया गया है। इमिग्रेशन संबंधी आपत्तियों के चलते अमेरिकी अधिकारियों ने उन्हें छोड़ने के लिए कहा। बता दें कि के.के, अहसान वगान के पास वैध अमेरिकी वीजा और सभी आवश्यक दस्तावेज मौजूद थे। वह किसी निजी काम से लॉस एंजेलिस जा रहे थे। हालांकि, अमेरिकी अधिकारियों ने उन्हें एयरपोर्ट पर रोक दिया और उन्हें डिपोर्ट कर दिया। हाल ही में जानकारी सामने आई थी कि राष्ट्रपति ट्रंप ऐसे आदेश पर साइन कर सकते हैं, जिससे अफगानिस्तान और पाकिस्तान के लोगों के अमेरिका में प्रवेश करने पर पाबंदी लग जाएगी।
भाषा विवाद पर संसद में तकरार, अब धर्मेंद्र प्रधान के एक शब्द से मचा बवाल
डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि ने सोमवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के खिलाफ संसदीय विशेषाधिकार हनन का नोटिस दाखिल किया। यह नोटिस धर्मेंद्र प्रधान द्वारा संसद में तमिलनाडु की शिक्षा प्रणाली और तीन-भाषा नीति पर उनके रुख के बारे में की गई टिप्पणियों से संबंधित है। विवाद तब शुरू हुआ जब शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कथित तौर पर संसदीय चर्चा के दौरान तमिलनाडु के सांसदों को असभ्य कहा। टिप्पणियों से बेहद नाराज कनिमोझी ने असभ्य शब्द को अपमानजनक और असंसदीय अभिव्यक्ति बताया। उन्होंने तर्क दिया कि ऐसी टिप्पणियां अस्वीकार्य हैं, खासकर जब वे निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए निर्देशित हों। उन्होंने आगे कहा, हमने नोटिस दिया है, और मुझे लगता है कि यह यहीं खत्म नहीं होगा… बीजेपी को दक्षिणी राज्यों के विकास को देखने में समस्या हो रही है क्योंकि वे इसे हासिल करने में सक्षम नहीं हैं। कनिमोझी ने केंद्र सरकार द्वारा तीन-भाषा नीति को संभालने के तरीके पर भी असंतोष व्यक्त किया। बता दें, तीन-भाषा नीति, जो पूरे भारत के स्कूलों में तीन भाषाओं को पढ़ाने का प्रस्ताव करती है, एक विवादास्पद मुद्दा रहा है, खासकर तमिलनाडु जैसे दक्षिणी राज्यों में, जहां अंग्रेजी और तमिल शिक्षा की पसंदीदा भाषाएं रही हैं।
आनंद विहार में झुग्गी में लगी भीषण आग, 3 लोगों की जिंदा जलकर मौत
आनंद विहार इलाके में मंगलम रोड पर स्थित झुग्गी में सोमवार देर रात आग लग गई। आग लगने से तीन लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। ये लोग आईजीएल कंपनी के लिए ठेके पर काम करते थे। जानकारी के मुताबिक, आईजीएल पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा है इसलिए ये लोग अस्थायी टेंट में रह रहे थे। सूचना पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। श्याम सिंह और कांता प्रसाद दोनों सगे भाई हैं। वह औरैया के गांव नवादा के रहने वाले थे। यह झुग्गी डीडीए की जमीन पर अवैध रूप से बनी हुई थी। झुग्गी लकड़ी के प्लाई बोर्ड से बनाई गई थी। झुग्गी में रसोई समेत अन्य सामान था। रात को झुग्गी में रहने वाले लोग दरवाजे पर चेन बांधकर उसमें ताला लगाकर रखते थे। यहां लाइट नहीं है। इसलिए रात को डिबिया जलाते थे। आनंद विहार थाना पुलिस को घटना की जानकारी पीसीआर कॉल के जरिये रात 2:42 बजे मिली।