बिच्छू डॉट कॉम:टोटल रिकॉल/विधानसभा का बजट सत्र 7 फरवरी से संभावित

 बजट सत्र

विधानसभा का बजट सत्र 7 फरवरी से संभावित
मप्र विधानसभा का बजट सत्र फरवरी के दूसरे सप्ताह में हो सकता है। राज्य सरकार की चर्चा के अनुसार, बजट सत्र की तारीख 7 से 19 फरवरी संभावित है। इसकी सूचना विधानसभा को भेजी जाएगी, जहां से प्रस्ताव तैयार कर राज्यपाल की मंजूरी को भेजा जाएगा। अनुमति के बाद विधानसभा बजट सत्र की अधिसूचना जारी करेगी। इस दौरान 7 से 10 बैठकें आयोजित की जाएंगी। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता मार्च में प्रभावी होने की वजह से सरकार बजट सत्र के दौरान वोट एंड अकाउंट (लेखानुदान) लेकर आएगी, जिसमें आगामी वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से 31 जुलाई के बीच चार महीने के खर्च के लिए 80 से 90 हजार करोड़ रुपए का वोट एंड अकाउंट पारित करवाया जाएगा। साथ ही मौजूदा वित्त वर्ष के खर्चों के लिए सेकंड सप्लीमेंट्री लाया जाएगा।  

शिवराज 22 को अयोध्या की जगह ओरछा में गाएंगे रामधुन
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 22 जनवरी को अयोध्या जाने के बजाए ओरछा जाएंगे। बीते रोज शिवराज ने एक्स पर अपना एक वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा कि 22 जनवरी देश के लिए भावुक पल है, ऐसे में सभी की इच्छा अयोध्या जाने की है, लेकिन प्रधानमंत्री ने उस दिन अयोध्या नहीं आने की अपील की है। इसलिए अयोध्या न जाकर ओरछा जाने का निर्णय लिया है, वहीं रामराजा सरकार मंदिर में पूजन कर रामधुन गाऊंगा। शिवराज ने बताया कि ओरछा में 22 जनवरी की शाम को दीपोत्सव कार्यक्रम मनाया जाएगा।

पूर्व विधायक का आवास खाली कराने पहुंचा अमला
मेहगांव के जिस सरकारी आवास में वर्षों से पूर्व विधायक और प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष मुकेश चतुर्वेदी रह रहे हैं, उसका बीते रोज प्रशासनिक दल ने  ताला तोड़ दिया। हालांकि इसके बाद एक घंटे में ही प्रशासनिक दल को वापस लौटना पड़ा। चर्चा है कि ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला को क्षेत्र में आवास उपलब्ध कराने के लिए यह आवास खाली कराया जा रहा था, लेकिन पूर्व विधायक की पहुंच ने सरकारी अधिकारियों की कार्रवाई को अधर में अटका दिया। चर्चा है कि मंत्री शुक्ला और पूर्व विधायक चौधरी में पुरानी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता है। सूत्र बताते हैं कि भिंड क्षेत्र में अपनी हनक बढ़ाने के लिए शुक्ला आवास को खाली कराकर क्षेत्र में उनके रसूख का संदेश देना चाहते हैं। बताया जा रहा है कि जिस आवास को खाली कराने ताला तोड़ा गया था, वह वास्तविकता में चौधरी के नाम पर आवंटित न होकर महिला शिक्षिका वंदना शर्मा के नाम आवंटित था।

मंत्री ने शिवराज को जाकर दी सफाई
राज्यमंत्री दिलीप अहिरवार ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर पूर्व सीएम वाले बयान पर सफाई दी। इसके बाद में मीडिया से बोले कि मैं अभी बयान देने की स्थिति में नहीं हूं। दरअसल, मंत्री दिलीप ने पूर्व सीएम के बड़ा मलहरा विधानसभा को गोद लेने संबंधित एक सवाल पर बयान दिया था कि अरे वर्तमान मुख्यमंत्री को देखो। पूर्व मुख्यमंत्री ने तो न जाने किन-किन को गोद लिया था, इसलिए यह उसी का तो परिणाम है। वे गोद लेते थे, करते तो कभी कुछ थे नहीं। इसे लेकर सियासी बवाल मचा। कांग्रेस ने बयान को शिवराज से जोड़ा तो दिलीप ने कमलनाथ-दिग्विजय के बारे में बताया था।

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