बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/राजस्व मंत्री बोले- गेहूं लेने तो पहले आते हैं और वोट के समय गायब हो जाते

राजस्व मंत्री

राजस्व मंत्री बोले- गेहूं लेने तो पहले आते  हैं और वोट के समय गायब हो जाते
जिले के धमांदा गांव में प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा विवादास्पद बयान को लेकर चर्चा में रहे। गुरुवार को उन्होंने मंच से कहा, लोग गेहूं लेने तो पहले आते हैं, लेकिन वोट देने के समय पता नहीं क्या हो जाता है। इससे पहले वे आष्टा में पदस्थ तहसीलदार को लेकर दिए बयान के बाद विवादों से घिरे और नायब और तहसीलदारों ने तीन दिनों तक हड़ताल भी की थी।

भाजयुमो नेता ने दी थी सामूहिक हत्याकांड के आरोपियों को आर्थिक मदद
पाटन के ग्राम टिमरी में एक ही परिवार के चार युवकों की निर्मम हत्या करने वाले आरोपियों को भारतीय जनता युवा मोर्चा के एक पदाधिकारी ने मदद पहुंचाई थी। पुलिस की जांच में सामने आया कि भाजयुमो नेता ने अपने एक साथी के मोबाइल वॉलेट से यह रकम पहुंचाई थी। मामले में जांच और पूछताछ के लिए पुलिस उक्त भाजयुमो नेता को तलाश रही है, लेकिन वह भूमिगत हो चुका है। फोन भी बंद है। वह शहर के एक जनप्रतिनिधि का करीबी भी बताया जा रहा है। बता दें, जुआ खेलने से मना करने की बात पर हुए विवाद के बाद 27 जनवरी सुबह आरोपियों ने चार युवकों की धारदार हथियार से हत्या की थी।

कांग्रेस के कारण सरकार को बांटना पड़ रही स्कूटी, पूछा- लैपटॉप कब देंगे
मध्य प्रदेश में टॉपर्स बच्चों को सरकार द्वारा ई-स्कूटी बांटने पर सियासत गरमाई हुई है। कांग्रेस ने सरकार को निशाना साधते हुए कहा कि  सरकार को देर आए दुरुस्त आए कह सकते हैं। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि सरकार कुंभकर्ण की नींद सो रही थी, जिसे विपक्ष ने जगाने का काम किया है। उन्होंने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि क्या पूरा पैसा लाड़ली बहनों को दिया जा रहा था। ये बच्चे उन्हीं लाड़ली बहनों के बच्चे हैं। जो आगे भविष्य में आगे बढऩा चाहते हैं। इनका भी अधिकार है। इनको भी लैपटॉप और स्कूटी मिलना चाहिए। मेधावी विद्यार्थियों के लिए सरकार क्या कर रही थी। उन्होंने कहा कि लैपटॉप वितरण की बात सरकार नहीं कर रही है।

डायरियों में दर्ज नामों को बचाने की हो रही  पूरी तरह से कोशिश : पटवारी
परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा की नाटकीय ढंग से हुई गिरफ्तारी के बाद निर्मित हुई परिस्थितियों और जांच प्रक्रिया पर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सवाल खड़े किए हैं। पटवारी ने कहा कि सौरभ शर्मा के यहां से जो डायरियां प्राप्त हुई है। उन डायरियों में छुपे संदेही व्हीआईपी हस्तियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। जिससे लोकायुक्त की जांच की विश्वसनीयता पर उंगली उठ रहीं हैं। पटवारी ने कहा की तीनों एजेंसियों की जांच की दिशा एक रखने एवं पूर्व मंत्रियों आदि की संलिप्तता पर भी. प्रकाश डालना चाहिये। पटवारी ने कहा कि जब्त दस्तावेजों और डायरियों पर भी अन्वेषण होगा तभी कथित हजारों करोड़ के परिवहन घोटाले के अजगर पकड़े जायेंगे। पटवारी ने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि अभी भी इन टोल नाकों से अन्य लोगों के माध्यम से अवैध वसूली की खबरें आ रहीं है, जबकि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी इस वसूली को अवैध बता चुके हैं। जिस पर जांच एजेंसियों को नजर रखनी चाहिए।

पीडब्ल्यूडी के पूर्व एसई दीपक असाई  और उनकी पत्नी की संपत्ति कुर्क
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भोपाल में पीडब्ल्यूडी के पूर्व अधीक्षण यंत्री दीपक असाई के खिलाफ पीएमएलए के तहत कार्रवाई की है। असाई की एक करोड़ पांच लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति अंतिम रूप से कुर्क कर ली गई है, जिसका बाजार मूल्य 2.5 करोड़ रुपये बताया गया है। गुरुवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में ईडी ने बताया है कि यह संपत्तियां महाराष्ट्र के भंडारा जिले में हैं। यह आवासीय और कॉमर्शियल यूज वाली दुकानों के रूप में है। साथ ही डाकघर में रखी गई इनकी और पत्नी के स्वामित्व वाली एफडी और एसएससी के रूप में चल संपत्ति और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कम्पनी की बीमा पॉलिसी भी कुर्क की गई हैं। लोकायुक्त पुलिस भोपाल द्वारा इनके विरुद्ध दर्ज अपराध के मामले में जांच के बाद यह कार्रवाई की गई है।

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